हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा। 24 जनवरी 1966 को आयरन लेडी कही जाने वाली इंदिरा गांधी द्वारा प्रथम महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लिए जाने के दिन को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है देश की बेटी के इस सर्वोच्च पद तक पहुंचने को उपलब्धि को प्रतिवर्ष याद करने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (उत्कृष्ट) टौणी देवी में भी एक सेमीनार आयोजित किया गया जिसमें लड़कियों द्वारा सामना की जाने वाली विषमताओं को उजागर करना, बालिकाओं के अधिकारों, शिक्षा के महत्व, स्वास्थ्य और पोषण सहित जागरूकता को बढ़ावा दिया गया।
देश की बेटियां हर फील्ड में परचम लहरा रही
स्कूल प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने बताया कि आज देश की बेटियां हर फील्ड में अपना परचम लहरा रही हैं। वो हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं चाहे वो राजनीति, कला,खेल, विज्ञान , इत्यादि कुछ भी हो I ऐसे में समाज को बालिकाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उनकी शिक्षा के प्रति ध्यान देना अनिवार्य है क्यूंकि बालिकाएं किसी भी समाज के कल्याण, विकास में अहम भूमिका निभाती हैं। एक बालिका जो स्वस्थ वातावरण में बढ़ी होती है, वहीं एक काबिल स्त्री बनती है, जो परिवार, समाज और देश को स्वस्थ रखने की दिशा में अपना बहुमूल्य योगदान देती है ।
बिना बेटियों के समाज संभव नहीं
रजनीश रांगड़ा ने कहा कि बिना बेटियों के समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है। बेटियां दुनिया की धुरी हैं, हजारों ऐसे उदाहरण हैं कि जिस देश व समाज में महिलाओं की इज्जत नहीं होती, वहां तरक्की रुक जाती है।
महिला अध्यापकों ने किया जागृत
इस अवसर पर बालिकाओं के खिलाफ होने वाली बिभिन्न कुरीतियों के अंत और उन्हें समाज के प्रथम पायदान पर लाने के उद्देश्य से पाठशाला की महिला अध्यापिकाओं प्रोमिला राणा ,लीना देवी एवं सोनिया चौहान ने बेटी है अनमोल एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषयों पर बेटियों जागरूक किया
बेटियां भी हुई सम्मानित
इस अवसर पर रास्ट्रीय (ज्योति,तेजस्वनी) एवं राज्य स्तर (गीतिका,शगुन,वंशिका,रूचि,प्रियंका,सारिका,सुनिधि,हर्षिता,अलीशा,अंजलि,) पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली एवं निश्चय प्रोजेक्ट के अंतर्गत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली चेतना,प्रियांशु,श्रेया,प्रिया आदि को सम्मानित किया गया । इस मौके पर,सुमन,अनीता,तनु,मीरां,सुनीता,पल्लवी,काज़ल,तमन्ना ,नेहा ,अदिति सहित सभी महिला अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं