पूर्ण व्यक्तित्व के निर्माण के लिए बाहरी शिक्षा के साथ आंतरिक दीक्षा भी आवश्यक: साध्वी शचि भारती

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी के दिव्य मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा केशो मंदिर में भव्य श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिवस कथा व्यास साध्वी जी ने समस्त धार्मिक ग्रन्थों के समन्वय से युक्त इस भव्य आयोजन में प्रभु के जीवन की लीलाओं के भीतर छिपे आध्यात्मिक रहस्यों को उजागर किया। जो केवल मात्र प्रभु की जीवन गाथा व ग्रन्थों की चौपाईयों का सरसपूर्ण गायन नहीं वरन एक विश्लेषणात्मक आध्यात्मिक अंतर दृष्टि से परिपूर्ण प्रभु के अवतरण व प्राकट्य के दिव्य रहस्यों को परिलक्षित करता प्रसंग है। उन्होंने बताया कि महर्षि बाल्मीकि जी रचित रामायण और श्री रामचरितमानस की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने चाहे कितने ही वर्ष पूर्व क्यों न की हो परन्तु धर्म स्थापना के जिस संदेश को वह धारण किए हुए हैं।

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वह हर युग, काल व देश की सीमाओं से परे हैं व वर्तमान युग की समस्त समस्याओं का निवारण प्रस्तुत करता है। संसार में नाना प्रकार के रोग, शोक, जन्म, मृत्यु इत्यादि में पड़े काम, क्रोध, लोभ, मोह, अंहकार में अन्धे हो चुके मानव को सन्मार्ग पर लाने के लिए प्रभु अवतीर्ण होते हैं। उपद्रव को शान्त करने हेतु नित्यधाम से अनुरूप हो कार्य को सम्पादित करने हेतु जन्म लेते हैं। साध्वी जी ने प्रभु के अवतरण के संबंध में बताते हुए कहा कि प्रभु श्री राम जग पालक व सृष्टि के नियामक तत्व हैं, जो साकार रुप धारण कर अयोध्या में अवतरित होते हैं। निराकार परमात्मा धर्म की स्थापना के लिए साकार रूप धारण करता है।

साध्वी जी ने राम जी की गुरुकुल शिक्षा की ओर इंगित करते हुये कहा कि शिक्षा मानव के लिये अतिआवश्यक है पर मात्र शिक्षा कभी भी पूर्ण व्यक्तित्व के निर्माण नहीं कर सकती उसके लिये हमें अपनी गुरुकुल की परिपाटी का पालन करते हुये शिक्षा के साथ साथ दीक्षा के समन्वय को अपनाना होगा तभी मानव अपना पूर्ण विकास कर पयेगा। इस भव्य राम कथा आयोजन में संस्थान की ओर से अन्य साध्वियाँ भी अपने वाद्य वृंद समूह के साथ विशेष रूप से पधारी हैं। जिनके द्वारा प्रभु श्री राम की इस कथा को श्री रामचरितमानस की सुमधुर चौपाईयों के गायन और समस्त धार्मिक ग्रन्थों के समन्वय से प्रस्तुत किया जा रहा है। कथा का समापन प्रभु की पावन आरती से हुआ जिसमें विशेष रूप में श्री विजय साम्पला (पूर्व मंत्री भारत सरकार), तीक्ष्ण सूद जी (एक्स कैबिनेट मिनिस्टर), अभिनव (जी . एम आई वि वाई हॉस्पिटल) अशोक चोपड़ा (आर एस एस), हरीश आनंद ( वाईस प्रेसिडेंट कॉंग्रेस) मीना शर्मा ,तिलक राज गुप्ता,दीपक मेहदीरत्ता (इंडस्ट्रियलिस्ट)
सविता मेंहदीरत्ता जगदीश अग्रवाल,योगेश सैनी (बी डी ऑप्टिकल्स), मोनिका वर्मा, प्रेम सिंह राज पुरोहित, भारत भूषण वर्मा, संदीप डोगरा,शिवम ओहरी  साहिल साम्पला, लक्की बग्गा, मीना शर्मा, भारत भूषण  वर्मा, वरुण शर्मा आशु, सुनील दत्त प्राशर एडवोकेट निकुर प्राशर, हिना सैनी, विकास शर्मा, राजीव महाजन, चन्द्र गुप्त, अश्वनी छोटा व भारी संख्या में श्रद्धालु रहेl

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