केजरीवाल की सत्ता लोलुपता पर हाईकोर्ट की टिप्पणी पर चुप क्यों हैं मान?: विनीत जोशी

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। एमसीडी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को किताबों की सप्लाई नहीं होने पर दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लिया। हाईकोर्ट से साफ कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जेल में रहने के बावजूद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा न देकर अपने निजी हित को राष्ट्रहित से ऊपर रखा। पंजाब बीजेपी मीडिया सेल के प्रमुख विनीत जोशी ने इसी मामले को गंभीरता से उठाते हुए कहा कि हाईकोर्ट की तरफ से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ की  गई टिप्पणियाँ भारतीय जनता पार्टी के आरोपों को पूरी तरह से पुख्ता करती हैं। भाजपा पहले से कहती आ रही है कि अरविंद केजरीवाल सिर्फ ईमानदार होने का ढोंग करते हैं। उनके निजी हित राष्ट्रहित से ऊपर है। यह पहली बार नहीं है, इसके पहले भी कई मामलों में उनकी मंशा जग जाहिर हो चुकी है।

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विनीत जोशी ने कहा कि दिल्ली की शराब नीति घोटाले में आप सुप्रीमो  व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भूमिका संदिग्ध है। इसी के चलते वह तिहाड़ जेल में बंद हैं। अपनी गिरफ्तारी से पहले अरविंद केजरीवाल ने इस पूरे मामले को सियासी रंग देने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 9 बार तलब किया, लेकिन उन्होंने ‘मैं नहीं मानता, मैं पेश नहीं हूंगा की रट लगाए रखी’।  फिर वे दिल्ली की निचली अदालतों में गए और ईडी सम्मन को गैर कानूनी बताया, जिसे न्यायाधीशों ने शुरू में ही खारिज कर दिया। इसी तरह गिरफ्तारी से जुड़े सवालों का भी वह जवाब नहीं दे सके। दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे और अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी, वहां भी पहले की तरह केजरीवाल को मुंह की खानी पड़ी और दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। इतना ही नहीं, केजरीवाल ने ईडी के खिलाफ राजनीतिक द्वेष के आरोप लगाए, जिसे दिल्ली हाई कोर्ट ने पूरी तरह से खारिज कर दिया और इसे कोर्ट की कार्यवाही में सीधा हस्तक्षेप करार दिया। जोशी ने कहा कि इसी सप्ताह गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में ईडी ने उक्त तथ्यों के आधार पर अरविंद केजरीवाल को शराब नीति घोटाले का सरगना और मुख्य साजिशकर्ता बताया है।

विनीत जोशी ने कहा कि आप सुप्रीमो केजरीवाल के विवादों का सिलसिला सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं है। हर कोई जानता है कि कैसे उन्होंने पहले बिक्रम मजीठिया पर नशा तस्करी का आरोप लगाया और बाद में माफी मांग कर उस केस को खत्म करवाया । पंजाब बीजेपी मीडिया सेल के प्रमुख विनीत जोशी ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब जब दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल को आईना दिखा दिया, तो भी वह क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। केजरीवाल की सत्ता लोलुपता पर और हाईकोर्ट की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री भगवंत मान की क्या राय है जो हर बात पर पंजाब में दिल्ली मॉडल को लागू करने की बात करते हैं। इस पूरे घटना क्रम से दिल्ली सरकार की शिक्षा नीति का सच भी देश के सामने आया है, जो पूरी तरह से प्रचार प्रसार पर आधारित थी।

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