होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भारत विकास परिषद के अध्यक्ष प्रमुख समाज सेवी संजीव कुमार की प्रेरणा से विवाह की 15वीं वर्षगांठ पर मॉडल टाउन निवासी मल्होत्रा दंपत्ती ने नेत्रदान करने का प्रणपत्र भरकर अपना जीवन धन्य करते हुए दो अंधेरी जिंदगियों को रोशनी प्रदान करने का पुण्य कार्य किया। इस दौरान उनके साथ दविंदर अरोड़ा, कमलेश किरण सग्गु, राजविंदर कौर, हरप्रीत कौर व शीला देवी ने भी नेत्रदान के प्रणपत्र भरे। इस मौके पर नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद विशेष तौर से उपस्थित हुए।
इस मौके पर नेत्रदान के प्रति जागरुकता पैदा करते हुए संजीव कुमार ने कहा कि श्री अलकेश मल्होत्रा एवं श्रीमती रंजना पुरी मल्होत्रा के साथ-साथ अन्य लोगों द्वारा नेत्रदान प्रणपत्र भरा जाना प्रेरणास्रोत है तथा इससे उन लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा जो नेत्रदान करने का मन बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि विवाह जोकि दो परिवारों के लिए नई जिंदगी की तरह होता है जो सांसारिक संरचना को आगे बढ़ाने के पवित्र बंधन में बंधते हैं तथा इस दिन को सदैव के लिए अमर बनाते हुए जो कदम मल्होत्रा दंपत्ती ने उठाया है उसके लिए भाविप सदैव इनकी आभारी रहेगी। उन्होंने कहा कि नेत्रदान से जुड़ी धारणाओं के प्रति आज लोग पहले से अधिक जागरुक हुए हैं तथा जो लोग नेत्रदान करने का प्रण लेना चाहते हैं वे संस्था के साथ संपर्क कर सकते हैं। संजीव कुमार ने बताया कि किसी भी व्यक्ति की सांसारिक यात्रा पूरी होने पर 6 से 8 घंटे क भीतर उसके नेत्र दान लेने होते हैं तथा यह प्रक्रिया माहिर डाक्टर द्वारा सिर्फ 10 मिनट में पूरी की जाती है। इसके बाद 72 घंटे के भीतर कारनियल ब्लांइडनैस मरीज को नेत्र डाल दिए जाते हैं व दो लोगों को एक-एक नेत्र प्रदान किया जाता है। जिससे अधिक से अधिक लोग इस सेवा का लाभ लेकर भगवान की बनाई इस प्रकृतिक सुन्दरता का अवलोकन कर सकें।
इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजिंदर मोदगिल ने बताया कि परिषद की तरफ से नेत्रदान को लोकलहर बनाने के लिए नियमित तौर से जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं ताकि अधिक से अधिक लोग नेत्रदान महायज्ञ के साथ जुडक़र कारनियल ब्लाइंडनैस को दूर करने में सहयोग कर सकें तथा प्रदेश ही नहीं बल्कि भारत देश को इस समस्या से मुक्त किया जा सके।
इस अवसर पर मल्होत्रा दंपत्ती अलकेश व रंजना ने परिषद की तरफ से चलाई गई मुहिम को अपनी तरफ से पूर्ण सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस पुण्य कार्य के भागी बनें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इतनी सी बात समझने की आश्वयकता है कि यह एकमात्र ऐसा दान है जो मरणोपरांत करना होता है तथा इससे दो जिंदगियों में रोशनी भरी जा सकती है तथा आपकी आंखें मरने के बाद भी दुनियां को देख सकती हैं।
इस मौके पर दीपक मेहंदीरत्ता, राजिंर मोदगिल, वरिंदर चोपड़ा, नवीन कोहली, दिनेश सचदेवा, अतुल अरोड़ा, रविंदर भाटिया, संजीव खुराना व अन्य मौजूद थे।