होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। विभिन्न संगठनों की एक महत्वपूर्ण बैठक नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद की अध्यक्षता में हुई। जिसमें विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा गौष्टमी के त्योहार के शुभ अवसर पर गऊ माता की आरती गाकर गऊ पूजा की गई और गऊ माता की सेवा संभाल संबंधी विस्तृत चर्चा की गई।
इस अवसर पर अश्विनी गैंद ने कहा कि गऊ माता में 32 कोटि देवी-देवताओं का वास होने के बावजूद गऊ माता का तिरस्कार हो रहा है। गऊ माता को आज के दिन सभी राजनीतिक लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए याद तो करते हैं परंतु गऊधन के सही पालन पोषण के बारे कोई ठोस नीति नहीं अपनाई जा रही है। जिसका उदाहरण फलाही गऊशाला में साफ-साफ देखा जा सकता है कि अकाली-भाजपा सरकार द्वारा बनाई गई यह गऊशाला बनाई तो गायों एवं गौधन की सेवा संभाल के लिए थी, मगर इसका प्रबंधन सही न होने से यह पर रखे गौधन की दशा बद से बदतर होती जा रही है।
-गऊ सैस तो सरकार वसूल रही है, मगर अधिकारी गौसेवा पर नहीं खर्च रहे एक भी पाई
गौशाला में न तो चारे का प्रबंध है, न साफ सफाई और न ही दवाईयों की व्यवस्था है। सरकार द्वारा गऊ सैस तो जनता से वसूला जा रहा है मगर दुख की बात है कि इसका 10 प्रतिशत भी इनकी सेवा में नहीं लगाया जा रहा। अफसोस तो इस बात का है कि प्रशासन के पास लाखों रुपये होने के बावजूद यह स्थान कुव्यवस्था का शिकार है। यहां तक कि गौशाला में रखी लेबर भी वेतन आदि के अभाव में काम छोड़ कर जाने को विवश हो रही है।
लेबर द्वारा गौशाला में जो थोड़ा बहुत सेवा कार्य किया भी जो रहा था उनके जाने से वह भी बुरी तरह से प्रभावित हो गया है तथा गौधन के मरने की संख्या बढ़ती जा रही है। इस मौके पर महावीर दल के कृष्ण गोपाल आनंद एवं वीर प्रताप राणा ने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि जल्द से जल्द गऊधन की संभाल के लिए प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन द्वारा उनकी और जल्द ध्यान न दिया तो विभिन्न संगठनों द्वारा कड़ा संघर्ष किया जाएगा जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन तथा सरकार की होगी। इस अवसर पर शिव सेना हिन्दुस्तान के अध्यक्ष राजिंदर राणा, अशोक शर्मा, राजेश शर्मा, नीरज गैंद, पवन शर्मा, अनूप शर्मा पादू, विकास बग्गा आदि मौजूद थे।