सहनशील रहना ही है श्रीमद्भागवत का संदेश: गौरव कृष्ण शास्त्री

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री बांके बिहारी सेवा मंडल वैल्फेयर कमेटी होशियारपुर की तरफ से चेयरमैन पंडित दीपक शारदा की अगुवाई में रोशन ग्राउंड में आयोजित की जा रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन की कथा का शुभारंभ मुख्य यजमान ब्रिजेश चंद्र अग्रवाल (विजय ब्राइडल) ने व्यास पीठ की पूजा करके किया। कथा का शुभारंभ कथा व्यास गौरव कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने वेदमंत्रों और भजन से किया। उन्होंने अपने-अपने गुरुदेव को याद करने की बात कहते हुए बताया कि गुरुदेव की कृपा से ही प्रभु के चरणों से जुडऩे का सौभाग्य प्राप्त होता है। उन्होंने भजन गुरुदेव ने अपना बना के, मुस्कुराना सिखा दिया, के माध्यम से सदगुरु की महिमा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि हम जो इस लायक भी नहीं कि प्रभु से जुड़ सकें, मगर सदगुरु ही हैं जो हमें इस काबिल बनाते हैं। उन्होंने कहा कि इस दुनिया में दीन को गले लगाने वाला विरला ही मिलेगा, जबकि प्रभु सभी को गले लगाते हैं और दीन दुखियों की सेवा करने वालों पर उनकी विशेष कृपा होती है।

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कृपा करके जो वृंदावन में बसा दोगे तो क्या होगा… से मंत्रमुग्ध किया

स्वामी जी ने कहा कि हमें ऐसा प्रयास करना चाहिए जिससे हमारा क्रोध हमारे वश में रहे। उन्होंने बताया कि केशव के चरित्र से भागवत में शिक्षा मिलती है कि भगवान शिव ने क्रोध को अपने वश में करके रखा है और जब व्यवस्था बनाने के लिए आवश्यकता पड़ी तो भगवान शिव ने क्रोध किया। राजा दक्ष भगवान को कितना गलत बोले थे और भगवान ने उसे सहन किया। आज व्यक्ति को अंदर सब कुछ है लेकिन प्रतीक्षा की कमी है, प्रतीक्षा का अर्थ है सहन शक्ति, समाज में आप रहो तो आपको सहनशील भी होना चाहिए और यह भागवत जी का संदेश है। उन्होंने भजन कृपा करके जो वृंदावन में बसा दोगे तो क्या होगा… से उपस्थिति को भावविभोर कर दिया। इसके अलावा उनके द्वारा गाए अन्य भजनों पर भक्तों ने झूम-झूम कर अपने प्रभु को रिझाया।

इस मौके पर प्रधान रोहित शर्मा तहसील, दीपक अरोड़ा, रघुबीर बंटी, विश्वविख्यात फेज रीडर लक्की स्वामी, रोहित राधे, धीरज शर्मा, विनोद शर्मा, अनिल, चेतन, सन्नी, गट्टा, काली सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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