होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। खाद्य व आपूर्ति मंत्री आशू ने गैरजिम्मेदाराना बयान देकर पंजाब की जनता से धोखा किया है। केंद्र सरकार द्वारा चलाए फूड सेफ्टी एक्ट के तहत पंजाब सरकार ने लोगों को आटा दाल देने के लिए स्मार्ट कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की है। इसी कड़ी के तहत भाजपा नेताओं द्वारा जारी प्रैस विज्ञाप्ति में बताया कि स्मार्ट कार्ड बनाने के नाम पर राजिनीतिकरण असहनीय व गैरकानूनी है।
उन्होंने कहा कि गरीबी तथा जरूरतमंद व्यक्ति की कोई पार्टी नहीं होती। राजनीतिक दल सरकारी मंच के माध्यम से गरीबों तथा जरूरतमंदों के लिए योजनाएं बनाते है जिनपर सभी पार्टियों से संबंधित लोगों से टैक्स इक्कठा करके खर्चा जाता है। पँजाब सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशू ने यह बयान देकर कि केवल कांग्रेसी विधायकों और हल्का इंचाजऱ्ों की सहमति से ही स्मार्ट कार्ड बनेंगे, से लोकतंत्र पर करारी चोट पहुंची है।
अकाली भाजपा सरकार के समय सभी जरूरतमंदों को छूट थी कि वह नीले कार्डो के फार्म या उनकी फोटो कॉपी भरकर स्वयं जमा करवाएं। लेकिन कांग्रेसी राज में जनता को अभी समझ नही आ रहा कि उनका स्मार्ट कार्ड बनेगा भी या नहीं। उन्होंने कहा कि स्तरीय कांग्रेसी नेताओं ने अपनी मनमानियां शुरू कर दी हैं।
भाजपा नेताओं ने कहा कि जिलाधीश ईशा कालिया से मिलकर इस बारे में लोगों को आ रही मुश्किलें बताई थी। लेकिन, उनके आश्वसन के बाद भी कार्डो का काला खेल बंद होने की बजाए निरंतर जारी है। भाजपा नेताओं ने कहा कि स्वेच्छा से स्मार्ट कार्ड बनाने की प्रक्रिया से बाहर रखा गया तो भाजपा इसके खिलाफ सडक़ों पर उतर कर प्रदर्शन करने पर मजबूर होगी।