होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। जिलाधीश होशियारपुर ईशा कालिया ने अलग-अलग विभागों की तरफ से नियुक्त किये नोडल अधिकारियों के साथ मीटिंग करते निर्देश दिये कि ई.आफिस प्रोजेक्ट संबंधी पूरी गंभीरता दिखाई जाये, जिससे इस प्रोजेक्ट को निश्चित समय दौरान लागू किया जा सके। उन्होंने कहा कि एन.आई.सी और गर्वनेंस रिर्फोमस की तरफ से प्रत्येक विभाग के नोडल अधिकारी को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, परन्तु यदि किसी नोडल अधिकारी को अभी भी किसी भी प्रकार के प्रशिक्षण की जरूरत है, तो उसे प्रशिक्षण दिया जाएगा।
– ई.आफिस प्रोजेक्ट को सुचारू ढंग के साथ लागू करने के लिए विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ की मीटिंग
ईशा कालिया ने कहा कि 1 जनवरी से मैनुअल फाइल वर्क नहीं होगा, इसलिए 1 जनवरी से पहले-पहले ई. आफिस संबंधी काम में तेजी लाई जाये। उन्होंने कहा कि सरकार की निर्देशों मुताबिक 01 जनवरी 2020 से समूह दफ्तरों के कामकाज को पेपर मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की जानी है, इसलिए जिला होशियारपुर के अलग-अलग विभागों में ई.आफिस प्रोजेक्ट को पारदर्शी ढंग के साथ लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि ई. आफिस प्रोजेक्ट के साथ जहां दफ्तरी कामकाज पेपर मुक्त हो जायेगा, वहीं दफ्तरों के कामकाज में ओर पारदर्शिता भी आयेगी और काम भी समयबद्ध तरीके साथ पूरा हो सकेगा।
-कहा, 1 जनवरी से समूह कार्यालयों का कामकाज हो जायेगा पेपर मुक्त
जिलाधीश ने समूह नोडल अधिकारियों को नशों खिलाफ अपना विशेष योगदान डालने के लिए भी कहा। उन्होंनें कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से नशों खिलाफ डैपो मुहिम शुरु की गई है, इसलिए जो नोडल अफसर अभी तक डैपो (नशा रोकथाम अफसर) नहीं बने, वह पहल के आधार पर डैपो बनने। उन्होंने कहा कि समाज को नशा मुक्त करने के लिए एकजुटता के साथ संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि कोई परिवारिक मैंबर, दोस्त या रिश्तेदार नशो की दलदल में फंसा है, तो उसे ओ.ओ.ए.टी. कलीनिकों के अलावा नशा छुड़ाओ और पूर्णवास केन्द्रों बारे जागरूक किया जाये, जहाँ मरीज़ों का मुफ़्त इलाज किया जाता है। उन्होंने ख़ुशी व्यक्त करते कहा कि गाँवों की पंचायतों की तरफ से भी नशों खि़लाफ़ विशेष पहलकदमी की जा रही है और अब तक जिले के 27 गाँव ड्रग फ्री घोषित किये जा चुके हैं। बैठक दौरान अलग-अलग विभागों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।