एक तरफ करंसी की किल्लत तो दूसरी तरफ नोट का रंग फेंट होने से बढ़ी लोगों की समस्याएं: हरीश आनंद

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। नोटबंदी के बाद से जहां लोगों को करंसी के लिए दो-चार होना पड़ रहा है वहीं दूसरी तरफ जो 500 रुपये के नोट सरकार द्वारा बाजार में उतारे गए हैं उनकी क्वालिटी बेहद खराब होने के चलते जनता को नोट चलाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि नोट जरा सा गीला होने पर उसका रंग फेंट हो जाता है। जिस कारण जनता के समक्ष और कई प्रकार की समस्याएं खड़ी हो रही हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह लोगों की समस्या को समझते हुए नोट की क्वालिटी को और भी बढिय़ा बनाना चाहिए। उक्त बात जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हरीश आनंद ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने बताया कि उनका एक 500 रुपये का नोट कपड़े धोते समय धुल गया था, परन्तु जब उन्हें वो नोट मिला तो उसका रंग फेंट हो चुका था और वह ऐसे लग रहा था जैसे बच्चों ने लाटरी में जीता हो। उन्होंने बताया कि इससे पहले जो नोट मार्किट में थे वे गीला होने पर भी खराब नहीं होते थे और पानी के स्पर्श में आने के बाद तो वे और भी कडक़ हो जाते थे। परन्तु एक तो यह नए नोट साइज में छोटे हैं और ऊपर से इनके रंग कच्चे होने के कारण लोगों के समक्ष नई प्रकार की समस्याएं खड़ी होने लगी हैं। हरीश आनंद ने कहा कि मोदी सरकार हर फ्रंट पर फेस साबित हुई है और जनता जहां इन चुनावों में इन्हें सबक सिखाएगी वहीं 2019 में भी मोदी सरकार को केन्द्र से चलता कर देगी।

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