रिपोर्ट: कमलदीप सिंह-
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब में सत्ता में आने का ख्वाब देख रही एक राजनीतिक पार्टी शायद इसीलिए अपने इरादों में कामयाब नहीं हो सकी, क्योंकि उसके कई कार्यकर्ताओं व नेताओं को पार्टी कार्यक्रमों में पहुंच कर मुद्दे पर बात करने की बजाए अपने हंसी मजाक ज्यादा पसंद रहे। जिसका प्रभाव आज भी देखने को मिल रहा है। कुछ ऐसा ही आज उस समय देखने को मिला जब उक्त राजनीतिक पार्टी के नेता व कार्यकर्ता दाना मंडी में बोली का विरोध करने पहुंचे। धरने के दौरान ठेकेदारों के साथ जब एक नेता जी की बहस हो रही थी तो नेता जी के साथ प्रदर्शन में मौजूद कुछ ऐसे नेता व कार्यकर्ता भी थे जो नेता जी का साथ देने की बजाए अपने हंसी-मजाक में व्यस्त थे। उन्हें देख ऐसा लग रहा था कि जैसे वो नेता जी का साथ देने नहीं बल्कि टाइम पास करने पहुंचे हों। उनकी यह हरकतें वहां मौजूद अन्य लोगों के लिए चर्चा का विषय बनी हुई थी। मगर ठेकेदारों के द्वारा कई बार ऐसे सवाल उनके आगे रख दिए गए कि विरोध करने पहुंचे लोगों के पास उनका कोई जवाब नहीं था तथा कई तो आपस में खुसर-फुसर करते ही दिखे। हालांकि नेता जी अपनी बात रखने और गुंडा टैक्स का विरोध करने में सफल माने जा रहे हैं, मगर कुछेक नेताओं व कार्यकर्ताओं की हंसी ने धरने पर जैसे पानी फेर दिया हो। आम लोगों में ही नहीं बल्कि उनकी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी इस बात को लेकर काफी चर्चा है।
नेता जी का साथ देने की बजाए, हंसी-मजाक में व्यक्त रहे कई नेता और कार्यकर्ता
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