होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिलाधीश अपनीत रियात ने आज जिले के उन प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया, जो कि पिछले कई वर्षों से पराली को आग लगाए बिना रबी व खरीफ ऋतु की फसलों की सफल काश्त कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने जिले के 20 किसानों को प्रशंसा पत्र देते हुए वातावरण को शुद्ध रखने व जमीन की उपजाऊ शक्ति बरकरार रखने के लिए उनकी प्रशंसा भी की। जिलाधीश ने इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपने आस-पास के गांवों के किसानों को भी धान की पराली व फसलों के अवशेषों को न जलाने संबंधी जागरुक करें।
उन्होंने कहा कि जिले में धान की पराली को आग लगाने के रु झान पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से नोडल अधिकारियों व कोआर्डिनेटरों की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि तैनात किए इन अधिकारियों की ओर से किसानों को जागरु क करने के अलावा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों को लागू किया जा रहा है। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि पराली को आग लगाने से जहां जमीन के मित्र कीड़े मर जाते हैं वहीं वातावरण को भी बहुत नुकसान पहुंचता है। इस दौैरान किसान सुरजीत सिंह, प्रहलाद सिंह, रजिंदर सिंह, राजेश सैनी, रमिंदर सिंह, गुरनाम सिंह बाजवा ने पराली न जलाने संबंधी अपने अनुभव सांझे करते हुए बताया कि पराली को आग न लगाने से जहां वे अधिक झाड़ प्राप्त कर रहे हैं, वहीं वातावरण व जमीन के स्वास्थ्य को भी सही रखने में योगदान दे रहे हैं।
किसानों की ओर से प्रशासन व विभाग की कारगुजारी पर सहमति प्रकट करते हुए कहा कि सरकार की ओर से सब्सिडी पर दिए गए उपकरण पराली के प्रबंधन के लिए सहायक साबित हो रहे हैं। मुख्य कृषि अधिकारी डा. विनय कुमार ने किसानों को विभाग की ओर से चलाई जा रही पराली प्रबंधन जागरुकता अभियान में सहयोग करने के लिए आभार व्यक्त किया गया। इस मौके पर इंजीनियर नवदीप सिंह की ओर से सब्सिडी पर दिए जा रहे उपकरणों, मशीनरी संबंधी विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान इंजीनियर लवली, इंजीनियर वरुण चौधरी, मंदीप सिंह, डा. दीपक पुरी, अवतार सिंह आदि भी उपस्थित थे।