जम्मू-कश्मीर में जारी लोकतंत्र प्रक्रिया के अर्न्तगत पहली बार दलित भाईचारे की चुनावों में सहभागिता केन्द्र सरकार बधाई की पात्रः राणा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में शुरू शान्ति बहाली एवं चुनावी प्रक्रिया के अन्तगर्त केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में पहली बार दलित भाईचारे को चुनावों में अपने नेता खड़े करने का अधिकार दिया जा रहा है। यह अधिकार ऐतिहासिक है और केन्द्र सरकार इसके लिए बधाई की पात्र है। यह बात राष्ट्रीय आवामी मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप राणा ने कही।

Advertisements

वर्णनीय है कि देश की आज़ादी के बाद धारा-370 हटने के बाद दलित भाईचारा चुनावों में हिस्सा ले रहा है। यह सराहनीय कदम तो है इसके साथ ही केन्द्र सरकार से अपील है कि वह आने वाले विधानसभा चुनावों में आतंकवाद से प्रभावित प्रदेश में चुनावों में खड़े होने वाले दलित भाईचारे के उम्मीदवारों को सम्पूर्ण सुरक्षा प्रदान करे ताकि पहली बार हो रहे इन चुनावों में दलित भाइचारे में भय का माहौल न रहे।

आज़ादी के बाद धारा-370-37-ए का वहां के उच्च जाति के नेताओं ने दलित भाईचारे के खिलाफ इसका आज तक दुरूपयोग करके दलित भाईचारे को उनके हक इन्साफ से दूर रखा था। वीर प्रताप राणा की दलित समाज से अपील है कि आप जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों में निर्भीक होकर एवं बढ़चढ़ कर हिस्सा लें एवं वहां की राजनीतिक पार्टियों से निवेदन है कि आज तक इस समाज को उनके हको वंचित रखा गया अब उनको उनका बनता हक दिया जाए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here