राजौरी-अनंतनाग वोटिंग के दौरान आतंकी कर रहा था पीडीपी एजेंट का काम, पुलिस ने किया गिरफ्तार, रूठ गई महबूबा मुफ्ती दिया धरना

राजौरी/जम्मू(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्टः अनिल भारद्वाज। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर की राजौरी – अनंतनाग सीट में वोटिंग के दौरान पुलिस थाने के सामने धरना दिया। साथ ही उन्होंने दावा किया कि उनके मोबाइल नंबर से फोन करने की (आउटगोइंग कॉल) सुविधा बिना किसी जानकारी के निलंबित कर दी गई है।
पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और मतदान एजेंट को कथित रूप से हिरासत में लिए जाने के खिलाफ शनिवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी में वोटिंग के दौरान जिले में एक पुलिस थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती समेत 20 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
इसी बीच महबूबा मुफ्ती ने यह भी दावा किया कि उनके मोबाइल नंबर से फोन करने की (आउटगोइंग कॉल) सुविधा बिना किसी जानकारी के निलंबित कर दी गई है। हालांकि, पुलिस ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोग ओवरग्राउंड वर्कर (आतंकवादियों के सहयोगी) हैं और यह कार्रवाई चुनाव का सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के लिए की गई है। मुफ्ती ने श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिजबेहरा पुलिस थाने के बाहर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए और हिरासत में लिए गए लोगों को तुरंत रिहा करने की मांग की। महबूबा ने कहा, हमारे पीडीपी मतदान एजेंट को निशाना बनाया जा रहा है और गिरफ्तार किया जा रहा है। हम इसका कारण पूछ रहे हैं लेकिन वो कुछ नहीं बता रहे। उन्होंने कहा कि इतना डरते थे तो जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर साहब बताते मैं चुनाव ही न लड़ती। उन्होंने कहा कि इस तरह की धांधली 1987 में देखी गई थी। कई लोगों का मानना है कि उसी के कारण कश्मीर में आतंकवाद भड़का था।

Advertisements

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here