पैंथर्स पार्टी के सुप्रीमो प्रो. भीम सिंह का निधन, पीएम मोदी सहित कई राजनितिज्ञों ने जताया दुख

जम्मू(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। नेशनल पैंथर्स पार्टी के सुप्रीमो प्रोफेसर भीम सिंह का निधन हो गया है। उन्होंने मंगलवार को जम्मू के बख्शी नगर जीएमसी अस्पताल में अंतिम सांस ली। जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के सुप्रीमो प्रोफेसर भीम सिंह का निधन हो गया है। उन्होंने मंगलवार की सुबह जम्मू के बख्शी नगर अस्पताल में अंतिम सांस ली। भीम सिंह कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे। उनकी उम्र 80 साल थी। प्रो.भीम सिंह, जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा थे। प्रदेश सहित जम्मू संभाग की आवाज को बुलंद करने के लिए वे संघर्षरत रहे। उनके निधन से उनके समर्थकों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है। विभिन्न राजनीतिक हस्तियों ने भी उनके निधन पर शोक जताया है। वहीं बतादें कि स्व. प्रो भीम सिंह का जन्म अगस्त 1941 में जम्मू के रामनगर क्षेत्र में हुआ था। उन्होंने 23 मार्च 1982 में अपनी पत्नी जय माला व अन्य सहयोगियों के साथ पैंथर्स पार्टी की स्थापना की। वह 2012 तक 30 साल तक पार्टी अध्यक्ष रहे। इसके बाद उन्होंने अपने भतीजे हर्ष देव सिंह को यह स्थान दिया। उन्होंने पिछले साल एक बार फिर से सक्रिय नेतृत्व में वापसी की थी, जब उन्हें पैंथर्स पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रो भीम सिंह की मौत पर संवेदना जाहिर की। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘प्रो भीम सिंह जी को एक जमीनी नेता के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। वह बहुत पढ़े-लिखे और विद्वान थे। मैं उनके साथ अपनी बातचीत को हमेशा याद रखूंगा। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रो. भीम सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘प्रो. भीम सिंह जी के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार और उनके सहयोगियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है।’

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने प्रो.भीम सिंह को याद करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘पैंथर्स पार्टी के संस्थापक एवं संरक्षक प्रोफेसर भीम सिंह के निधन से गहरा दुख हुआ। वह देश की आजादी के बाद जम्मू कश्मीर के पहले प्रमुख फायरब्रांड राजनीतिक एक्टिविस्ट थे। उन्होंने शुरुआती वर्षों से ही एक छात्र नेता के रूप में लोगों को प्रभावित करना शुरू कर दिया था।’ पीडीपी प्रमुख एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, ‘प्रोफेसर भीम सिंह के निधन की खबर से गहरा दुख पहुंचा है। जम्मू-कश्मीर ने एक कानूनी विद्वान और एक महान नेता खो दिया है, जो अपने लोगों के लिए पुरजोर लड़े। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है।’जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर उन्हें याद किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर पार्टी सुप्रीमो भीम सिंह का आज निधन हो गया। भीम सिंह जी की मेरी सबसे पुरानी यादें 1984 की हैं, जब उन्होंने मेरे पिता (फारूक अब्दुल्ला) के साथ मिलकर नेकां सरकार की असंवैधानिक बर्खास्तगी का विरोध किया था।’ एक अन्य ट्वीट में उमर अब्दुल्ला ने लिखा, ‘भीम सिंह जी एक अद्वितीय राजनेता थे, जिनके मित्र राजनीतिक और भौगोलिक सीमाओं से परे थे। उन्होंने जम्मू के मुद्दे का उतनी ही सहजता से समर्थन किया जितना कि उन्होंने फिलिस्तीनियों के लिए किया।’

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