शरीर के अंगदान करके मृत्यु उपरांत जिंदा रह सकता है मनुष्य: भाई बरिंदर सिंह मसीती

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। शरीर के अंगदान देश में मंजूरी और लिखती फार्म स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त किए जा सकते हैं। भारत सरकार द्वारा मनुष्य के अंगों को देश के अंदर अंगदान करने संबंधी, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, बंगलौर व पंजाब में पीजीआई चंडीगढ़ में मंजूरी डोनर कार्ड प्राप्त किए जा सकते हैं। पंजाब में सरकारी मैडिकल कालेज अमृतसर, पटियाला, फरीदकोट, पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मैडिकल साईंसीज जालंधर, पीजीआई चंडीगढ़ में नेत्रहीन व्यक्तियों को आंखों की रोशनी मुफ्त दी गई है जोकि पंजाब सरकार द्वारा एक प्रशंसनीय कदम है। शरीर के अंगों को मैडिकल कालेजों द्वारा टांसप्लांट करके जिन प्राणियों के अंग जवाब दे चुके हो है उनका नया जीवन सरकार द्वारा दिया जा रहा है। यह विचारों का प्रगटावा पत्रकारों के साथ बातचीत दौरान भाई बरिंदर सिंह मसीती आई डोनर इंचार्ज टांडा ने करते हुए कहा कि मनुष्य अपनी इच्छा के अनुसार मनुष्य के भले के लिए शरीर दान व अंगदान करके मरणोपरांत जिंदा रह सकते हैं।

Advertisements

इस करके हमारे शरीर के अंग अनमोल है व मौत के बाद न आग लगाए और न दफनाए यह किसी मनुष्य को जीवनदान दे सकते हैं। हम संसार में जन्म लेते हैं, फिर मर जाते है, मृत्यु जिंदगी की अटल सचाई है क्योंकि हमारी मृत्यु सच है व जीना झूठ है। पंजाब में पीजीआई चंडीगढ़ में अंगदान करने की मुहिम को उत्साह मिल रहा है व पीजीआई चंडीगढ़ में पहले भी मरीज नई जिंदगी मिली है। पंजाब सरकार द्वारा यह एक प्रशंसनीय, मनुष्य की भलाई, जरुरतमंदों की मदद करने के लिए, अंगदान करने के लिए उत्साह मिल रहा है। इस मिशन को लेकर ही नेत्रदान एसोसिएसन होशियारपुर द्वारा हर ब्लाक में जगारुकता लहर चलाई जा रही है। जरुरतमंद मरीजों को अधिक से अधिक नई जिंदगी मिल सकती है। यह महान कार्य किसी के लिए जिंदगी का वरदान साबित हो सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here