डीजीपी पंजाब ने ड्रोन संबंधी ताज़ा गतिविधियों और इनसे पैदा हो रहे ख़तरों की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की

चंडीगढ़/अमृतसर, (द स्टैलर न्यूज़)।जम्मू में ड्रोन का प्रयोग करके एयर फोर्स बेस पर आई.ई.डी. फेंकने की घटना के अगले ही दिन, डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब श्री दिनकर गुप्ता ने ड्रोन द्वारा पैदा होने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा सम्बन्धी चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीति तैयार करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारियों के साथ आज यहाँ उच्च स्तरीय बैठक की। डीजीपी ने अधिकारियों को ड्रोन सम्बन्धी गतिविधियों वाले इलाकों में पिछले दो सालों के आंकड़ों का प्रयोग करके संवेदनशील क्षेत्रों को सीमित करने और इनको चिन्हित करने के लिए निर्देश दिए।  सीमावर्ती गाँवों की सडक़ों पर इन्फ्रारेड क्लोज्ड़ सर्किट टेलिविजऩ (सीसीटीवी) कैमरे लगाने का प्रस्ताव पेश करते हुए डीजीपी दिनकर गुप्ता ने अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों/सडक़ों पर कैमरे लगाने वाले संभावित प्वाइंट्स की सूची बनाने के लिए भी निर्देश दिए।

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इस बैठक के दौरान पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों में एडीजीपी इंटरनल सिक्योरिटी आर.एन. ढोके, एडीजीपी एसटीएफ बी. चन्दरशेखर और आईजी बॉर्डर रेंज एसपीएस परमार शामिल थे, जबकि आईजी बीएसएफ महीपाल यादव और पंजाब के विभिन्न बीएसएफ सैक्टरों के डीआईजी भी मौजूद थे। इसके अलावा बैठक में सीपी अमृतसर सुखचैन सिंह गिल, एसएसपी मजीठा गुलनीत सिंह और एसएसपी तरन तारन ध्रूमन निम्बले भी शामिल थे। बैठक के दौरान डीजीपी दिनकर गुप्ता ने सीपी अमृतसर और एसएसपीज़ को अपने संबंधित क्षेत्रों में नशा-तस्करों/सप्लायरों के विरुद्ध कार्रवाई करने की हिदायत की। श्री गुप्ता ने उनको हिदायत की कि वह अपने सम्बन्धित क्षेत्रों में नशे की तस्करी के हॉटस्पॉट्स (स्थानों) की पहचान करने और नशा बेचने/तस्करी करने वाले सभी लोगों पर नकेल कसने के लिए उपयुक्त कार्यवाही शुरू करें। इस दौरान डीजीपी ने जि़ला प्रमुखों को उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी भगौड़ों (पीओज़) और एनडीपीएस मामलों में ज़मानत पर बाहर आए अपराधियों को जल्द से जल्द काबू करने के आदेश भी दिए।

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