होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। शिव सेना बाल ठाकरे पार्टी की एक मीटिंग वरिष्ठ नेता जावेद खान की अध्यक्षता में हुई, जिसमें किसान संघर्ष को लेकर चर्चा की गई। इस अवसर पर जावेद खान ने कहा कि किसानों को दिल्ली की सीमांयों पर बैठे 8-9 महीने हो चुके हैं और वे सर्दी , गर्मी बरसात के साथ-साथ कोरोना से भी लड़ रहे हैं परन्तु केन्द्र की मोदी सरकार इनके प्रति बिल्कुल ही संवेदनहीन हैं। उनके लिए जैसे इनका कोई अस्तित्व नहीं है और यह भारत के नहीं किसी दूसरे देश के नागरिक हों। इस संघर्ष में 500 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं परन्तु केन्द्र की मोदी सरकार उनको शहीद मानने तक को तैयार नहीं है। सरकार बार बार कहती है कि यह तीनों काले कानून किसानों की भलाई के लिए हैं, परन्तु जब किसान खुद कह रहे हैं कि सरकार उनकी भलाई ना करे तो सरकार क्यों जिद पर अड़ी हुई है, सरकार को कानून वापिस लेने में किस का डर है। केन्द्र सरकार अंहकार में चूर हो कर यह भूल गई है कि यह जनता ही उन्हे गद्दी पर बिठाती है और वक्त आने पर उतार भी देती है। जब भारत की जनता विदेशी गोरे अंग्रेजों के आगे नहीं झुकी तो इन देसी काले अंग्रेजों के आगे कैसे झुक जायेगी। भाजपा को जनता को इसका हिसाब किताब देना पड़ेगा।
उन्होने कहा कि यदि यह आंदोलन और आगे खिंचता है तो देश के लिए इसके धातक परिणाम होंगे। क्योंकि आसमाजिक तत्व हमेंशा ऐसे मौके की तलाश में रहते हैं कि देख का अमन चैन भंग किया जा सके। देश में कानून व्यवस्था तथा आपसी भाईचारा बनाये रखना केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी है और इसके लिए उसे अपना अहंकार छोड़ कर किसानों की मांगे मान कर तीनों काले कानूर रद्ध कर, एम.एस.पी. पर कानून बना कर इस आंदोलन को खत्म करवाना चाहिए ताकि देश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ सके। जावेद खान ने कहा कि अगर शीघ्र ही केन्द्र सरकार ने किसानों की मांगे ना मानी तो आने वाले पंजाब विधान सभा के चुनावों में शिव सेना भाजपा का कड़ा विरोध करेगी तथा किसी भी भाजपा नेता को होशियापुर शहर में कोई भी कार्यक्रम नहीं करने देगी तथा हर जगह उनका डट कर विरोध किया जायेगा। इस अवसर पर वरीष्ठ नेता हरीश भल्ला, इकबाल सिंह, शमशेर सिंह, संतोष कुमार, बलविंद्र सिंह, बलवीर सिंह, राजू, दीपा, मनदीप सिंह, जौनी, प्रदीप सैनी, दीपू, राजन, रौशन लाल आदि उपस्थित थे।