होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भाजपा नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला महामंत्री विनोद परमार, ईस्ट मंडल अध्यक्ष रमेश ठाकुर,जीवेद सूद, यशपाल शर्मा द्वारा जारी प्रेस नोट में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा बिजली समझौतों को रद्द करने पर असमर्थता जताने वाले बयान के प्रतिक्रम में कहा गया है कि कांग्रेस ने अकाली सरकार द्वारा किए गए बिजली समझौतों को अवैध तथा अधिक कीमत की बिजली देने वाले कह कर इन समझौतों को सरकार बनने पर तुरंत रद्द करने की घोषणा की थी। इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेसी नेताओं ने अकाली दल पर कई तरह के आरोप भी लगाए तथा प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इन समझौतों को तुरंत रद्द करवाने का भी एलान किया। पंजाबवासी महंगी बिजली के अभिशाप से कैप्टन सरकार बनने के बाद लगातार ग्रस्त चले आ रहे हैं।
सरकार तथा कांग्रेसी नेता लोगों को लंबे समय तक इस मुद्दे पर मूर्ख बनाते रहे अब “बिल्ली थैले से बाहर आ चुकी है” तथा कैप्टन अमरिंदर ने खुद ही 112 बिजली समझौतों को रद्द करने से मना कर दिया है। जबकि कुछ समय पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बड़ी घोषणा करते हुए बिजली विभाग को इन समझौतों की जांच करके उन्हें रद्द करने का आदेश दिया था। भाजपा नेताओं ने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेसी कार्यप्रणाली लोगों के सामने आ चुकी है तथा यह जाहिर हो चुका है कि समझौते रद्द करने का ढोंग रच के कग्रेसी नेता लोगों को गुमराह करते रहे हैं। भाजपा नेताओं ने खा कि समझौतों के चक्र में पंजाबवासिओं मत फंसाये रखे सरकार। लोग पछते हैं कि इस मौजूदा सरकार के कार्यकाल में कब सस्ती बिजली मिलेगी।