होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। शहर में डेंगू ने अपना प्रकोच मचा रखा है और सरकार एवं जिला प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं। इसके अलावा नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली तो जग जाहिर हो ही चुकी है कि उसने अभी तक शहर वासियों को स्वच्छ वातावरण मुहैया करवाने एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की तरफ कोई कदम नहीं उठाया है। जिसके चलते लोगों को डेंगू से बचाने की कमान स्वयं सेवी संगठनों ने संभाल रखी है। अगर ये न हों तो जनता बुरी तरह से त्राहि-त्राहि कर उठे और सरकार सिर्फ तमाशा देखती रहे। यह विचार जिला भाजपा उपाध्यक्ष पूर्व पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू ने मोहल्ला कच्चे क्वार्टर में लोगों की मांग पर सामाजिक संसथा नई सोच द्वारा फागिंग किए जाने पर उनका धन्यावद करते हुए व्यक्त किए।
श्री भाटिया ने कहा कि उक्त मोहल्ले में लगभग हर घर में कोई न कोई डेंगू से पीडि़त है, लेकिन न तो नगर निगम ने और न ही स्वास्थ्य विभाग ने लोगों की सुधि लेनी जरुरी समझी है। श्री भाटिया ने कहा कि आज नई सोच व इस जैसी अन्य संस्थाएं सरकार का काम कर रही हैं तथा सरकार एवं प्रशासन द्वारा इनके काम की सराहना तो दूर इन्हें सहयोग तक भी नहीं दिया जा रहा। एक तरफ फागिंग को लेकर सामाजिक संस्थाओं ने कमान संभाल रखी है वहीं रक्त एवं प्लेटलैट्स की कमी को पूरा करने के लिए रक्तदाता संस्थाएं दिन रात जनता की सेवा में अपना दायित्व निभा रहे हैं।
पंजाब सरकार इस विकट परिस्थिति से लोगों को निकालने में विफल साबित हुई है और इसकी जिम्मेदारी नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और लोकल सत्ताधारी नेताओं की है, जिन्होंने शहर में जमीनी स्तर पर कदम उठाने जरुरी नहीं समझे। इस मौके नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद, नीरु ग्रोवर, शिवपाल सिंह, रिक्की कटारिया, राकेश ग्रोवर, तिलक राज, नीरज शर्मा, अमन सेठी, श्रीमती शारदा, राणो देवी, रतनो देवी आदि मौजूद थे।