संयुक्त किसान मोर्चा के नेता हिंदू त्योहारों को विकृत तरीके से मनाने की घोषणा वापस ले: भाजपा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भाजपा नेताओं  पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा, पंचायती राज सैल प्रधान  विजय पठानिया, हरदोखानपुर मंडल अध्यक्ष अश्विनी  गैंद, , जीवेद सूद, अमन सेठी द्वारा जारी  प्रेस नोट में कहा गया है कि  भारत एक गुलदस्ते के समान है जिसमें  अलग-अलग पंथों,जातिओं, धर्मों   के लोग मिल जुलकर आपसी  भाईचारे  के साथ रहते हैं व  अपने-अपने तीज-त्योहार   भी सांझे करते हैं। उन्होंने कि  कहा अनेकता  में एकता ही भारत  की विशेषता है, परन्तु कुछ ताकते  इस एकता को तोड़ने का  बहाना  ढूंढती रहती हैं।

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उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जिस तरह सभी को अपनी बात कहने का हक है उसी तरह भाजपा को भी अपने कार्यक्रम करने का हक है।  पिछले  दिनों लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश में  आपसी  टकराव में दोनों गुटों के लोगों  का   मारा जाना  अति दुर्भाग्यपूर्ण है. मृतकों की आत्मिक शांति के लिए अगर कुछ लोग मोबतियां  जलाते  हैं तो  उन्हें  दोनों तरफों  के मृतकों से सहानुभूति दिखानी चाहिए। किसान  आंदोलन के बहाने हिंदू -सिखों को  बांटने का गहरा षड़यंत्र रचा जा रहा  है। किसान आंदोलन  को सिखी से जोड़ना  पूरी तरह  अनुचित है।  परंतु राजनितिक रोटियांसेकने  वाले  लोग अब इसे से भी एक कदम आगे बढ़ गए हैं तथा हिंदूओं  के त्योहारों  को विकृत तरीके से मनाने की घोषणा की है।

जिसे   हिंदू समाज कभी सहन  नहीं  करेंगा।  श्री सूद ने  कहा कि सदियों से दशहरा पर्व को “बुराई पर अच्छाई की जीत” मानते  हुए बुराई के प्रतीक  रावण के परिवार के पुतले जलाए  जाते हैं। इस कार्यक्रम में केवल हिंदू ही नहीं बाकी समाज भी पूरी आस्था से शामिल होता है। संयुक्त मोर्चा के नेताओं को इस पर्व को विकृत  तरीके से मनाने की घोषणा करने से हिंदू समाज आहत हुआ है। भारत नेताओं ने कहा कि संयुक्त मोर्चा द्वारा अगर घोषणा वापिस  नहीं ली  जाती तो केवल देश को ही नहीं बल्कि किसानी संघर्ष को भी  नुकसान होगा। 

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