देश भर के किसानों की तरफ से शुरु किए गए किसान आंदोलन में पंजाबियों की भूमिका अहम: नाभा

करतारपुर (जालंधर) (द स्टैलर न्यूज़)। केंद्र सरकार की तरफ से रद्द किये गए तीन काले कृषि कानूनों पर आज पंजाब के कृषि, किसान भलाई और फूड प्रोसेसिंग मंत्री स. रणदीप सिंह नाभा ने कहा कि देश भर के किसानों की तरफ से शुरु किए आंदोलन में पंजाबियों की भूमिका अहम रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अब एम.एस.पी. लागू करने की घोषणा भी शीघ्र करना चाहिए। वह यहाँ ज़िला जालंधर के लाभपातरी किसानों की तरफ से खरीद की गई मशीनरी की वेरीफिकेशन करने के लिए स्थानिय दाना मंडी में लगाए गए ज़िला स्तरीय किसान प्रशिक्षण कैंप में किसानों की सभा को संबोधन कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ विधायक रमनजीत सिंह सिक्की भी मौजूद थे। पंजाब सरकार की तरफ से किसानी हितों में उठाए गए कदमों का वर्णन करते स. नाभा ने कहा कि जहाँ पंजाब सरकार की तरफ से पंजाब विधान सभा में तीनों ही काले कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए संकल्प लाया गया वहीं किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों में से 157 किसानों के पारिवारिक सदस्यों को नौकरियों के नियुक्ति पत्र देकर उनके जीवन को नई दिशा दी है। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री स. चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से आने वाले दिनों में 122 अन्य किसानों के परिवारों को नियुक्ति पत्र देने के लिए कार्यवाही की जा रही है।

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कृषि मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के अधिकारों की सुरक्षा और उनकी बेहतरी के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा की जा रही इस वेरीफिकेशन के उपरांत खेती मशीनरी की बनती तकरीबन 14.96 करोड़ रुपए की सब्सिडी की रकम ज़िला जालंधर के किसान लाभपातरियों के बैंक खातों में डाल दी जायेगी। कैबिनेट मंत्री ने इस अवसर पर किसानों को पराली को आग न लाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से किसानों को पराली के उचित प्रबंधन के लिए सब्सिडी पर खेती मशीनरी मुहैया करवाई जा रही है, जिस का किसानों को अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि राज्य भर में पिछले समय दौरान धान की पराली के प्रबंधन के लिए तकरीबन 76000 मशीनों को सरकार की तरफ से सब्सिडी पर किसानों को दीं गई हैं। उन्होंने कहा कि हमारा सब का फ़र्ज़ बनता है कि हम अपनी, आने वाली पीढ़ीयों को साफ़ -सुथरा वातावरण प्रदान करें।

उन्होंने किसानों को फ़सली विभिन्नता के साथ-साथ धरती के निचले पानी को बचाने के लिए भी अपने उद्यम करने की सलाह देते कहा कृषि में उत्पादन के साथ-साथ उपज की प्रोसेसिंग की तरफ भी रुझान बढ़ाने की ज़रूरत है। इस अवसर पर उन्होंने कृषि विभाग और पंजाब सरकार के अलग -अलग विभागों की तरफ से लगाई गई प्रदर्शनियों का भी जायज़ा लिया। इस दौरान कृषि विभाग जालंधर के आधिकारियों की तरफ से कैबिनेट मंत्री स. रणदीप सिंह नाभा और सचिव कृषि और किसान भलाई विभाग श्री दिलराज सिंह कों यादगारी चिह्न देकर सम्मान भी किया गया।

इस से पहले सचिव कृषि और किसान भलाई विभाग श्री दिलराज सिंह ने किसानों को कराप रैज़ीड्यू मैनेजमेंट के बारे जानकारी देते हुए बताया कि फ़सलों के अवशेषों के उचित निपटारे के साथ जहाँ मिट्टी की उपजाऊ शक्ति में सुधार होता है वहीं खादों का खर्चा भी घटता है और वातावरण को भी प्रदूषित होने से  बचाया जा सकता है। उन्होंने सरकार की तरफ से किसानों को फ़सलों के अवशेषों के लिए सब्सिडी पर मुहैया करवाई जाने वाली खेती मशीनरी का अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की।

मुख्य कृषि अधिकार, जालंधर डा. सुरिन्दर सिंह ने मुख्य मेहमान कैबिनेट मंत्री स. नाभा और सचिव श्री दिलराज सिंह को स्वागतम कहते हुए बताया कि पिछले समय दौरान ज़िला जालंधर में तकरीबन 5696 अलग -अलग मशीनें सब्सिडी पर किसानों को मुहैया करवाई गई हैं। ज़िला जालंधर में तकरीबन 1200 खेती मशीनरी सेवा सैंटर काम कर रहे हैं और हाड़ी दौरान 1.73 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूँ की बिजवाई की जाती है। इस साल तकरीबन 70000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सुपरसीडर मशीन के द्वारा धान की पराली के उचित संभाल उपरांत गेहूँ की बिजवाई की गई है।

पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी से डा. मनिन्दर सिंह,ज़िला प्रसार माहिर डा. संजीव कटारिया, डिप्टी डायरैक्टर के वी के, जालंधर और उनकी टीम ने किसानों को हाड़ी की फसलों के कीड़े मकौड़े और बीमारियाँ से अवगत करवाया। कैंप से में इलाको के प्रगतिशील किसान और खेती माहिरों का धन्यवाद करते हुए डा. सतनाम सिंह, ज़िला प्रशिक्षण अधिकारी, जालंधर ने कहा कि इस कैंप दौरान किसानों को पंजाब सरकार के प्रयासों से उपलब्ध करवाई जा रही सब्सिडी अधीन खेती मशीनों का सही रख रखाव करते हुए इन मशीना का पूरा लाभ लेना चाहिए।

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