छतरपुर (द स्टैलर न्यूज़)। क्या जान की कीमत इतनी कम हो गई कि मां की एक झिडक़ से गुस्से हुआ बेटा अपनी जान दे दे। वो भी सिर्फ अपने पालतु कुत्ते की खातिर। ऐसा ही एक मामला सामने आया है मध्यप्रदेश के छतरपुर से, यहां एक युवक को मां ने पालतु कुत्ते को घर से बाहर निकालने के लिए क्या कह दिया बेटे ने बात दिल पर ही लगा ली और खुद फंदे से झूल गया। बता दें कुछ दिन पहले पालतु कुत्ते ने उसकी मां का हाथ काटा था जिसके बाद मां और बेटे कहासुनी हो गई। हद तो तब हो गई जब बेटे कुत्ते के साथ ही उसकी जंजीर संग ही फांसी लगा ली। कुत्ता तो बच गया, लेकिन युवक की जान चली गई। मां को बेटे की खुदकुशी का तब पता चला, जब कुत्ता जोर-जोर से भौंकने लगा।
बेटे की मौत के बाद 65 वर्षीय बूढ़ी मां शांति मसीही का रो-रो कर बुरा हाल है। उसे क्या पता था कि कुत्ते से उसके बेटे का इतना लगाव है और वह उसकी खातिर अपनी जान दे देगा। मृतक के भाई सुनील मसीही का कहना है कि कमलेश किसी भी सूरत में पालतु कुत्ते को भगाने को तैयार नहीं था। हम लोगों ने उसकी बात को नजरंदाज कर दिया, यही हमारी सबसे बड़ी गलती रही। उसने कुत्ते के साथ फांसी लगाई थी, लेकिन वह बच गया। विश्वनाथ कॉलोनी का रहने वाला मृतक कमलेश (38) मैकेनिक था। उसकी 19 साल पहले शादी हुई थी। दोनों को एक बेटा भी था। नौ साल पहले बीवी इसे छोड़ कर चली गई। साथ में वह अपने बेटे को भी ले गई थी।