होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। रोटरी आई बैंक एवं कार्निया ट्रांसप्लांट सोसायटी की तरफ से प्रधान एवं प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अगुवाई में वैष्णो धाम मंदिर में नेत्रदान जागरुकता वर्कशाप का आयोजन किया गया। इस मौके पर वर्कशाप में मौजूद पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने नेत्रदान मुहिम में तेजी लाने तथा इसके प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने हेतु और भी कार्य करने पर बल दिया गया। इस अवसर पर संजीव अरोड़ा ने कहा कि नेत्रदान के प्रति लोग भले ही पहले से अधिक जागरुक हुए हैं। लेकिन, बावजूद इसके आज भी कई लोग ऐसे हैं जो नेत्रदान के प्रति भ्रांतियों को लेकर असमंजस में हैं। कई लोगों का ऐसा मानना है कि मरणोपरांत नेत्रदान करने से अगले जन्म में व्यक्ति का जहां भी जन्म होता है वह अंधा पैदा होता है। लेकिन यह तथ्य सत्य नहीं है, क्योंकि जब मानव का शरीर जलाया जाता है तो उस समय उसके अमूल्य नेत्र भी आग्नि में भेंट होकर राख बन जाते हैं। इससे अच्छा तो यह है कि हम इन नेत्रों से किसी की जिंदगी को रोशन करें।
रोटरी आई बैंक एवं कार्निया ट्रांसप्लांट सोसायटी ने वर्कशाप का आयोजन कर लोगों को किया जागरुक
शास्त्रों में भी आत्मा अमर है का व्याख्यान किया गया, जबकि शरीर नाशवान है यही बताया गया है। परमात्मा ने शरीर में आंखें ही ऐसा अंग दिया है जो मरणोपरांत कुछ समय के लिए जीवित रहता है। इसलिए बिना किसी डर, भ्रांति एवं वहम के नेत्रदान प्रणपत्र भरने के लिए आगए आएं। इस दौरान उन्होंने आंखें दान लेने के उपरांत उन्हें संभाल कर जिस बाक्स में रखा जाता है, उस संबंधी हभी जानकारी दी। इस मौके पर जेबी बहल ने बताया कि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के 8 से 10 घंटों के भीतर आंखें दान करनी होती है तथा 72 घंटे के भीतर उन्हें ट्रांसप्लांट करना होता है। इसलिए लोगों से अपील है कि अगर किसी की मृत्यु हो जाती है तथा पारवारिक सदस्य स्वर्गवासी की इच्छानुसार नेत्रदान करना चाहते हैं तो वह मृत्यु के आधे घंटे की भीतर-भीतर सोसायटी को सूचना दें ताकि समय पर आंखें दान लेकर उन्हें जरुरतमंद को लगाया जा सके। इस अवसर पर कुलदीप राय गुप्ता, प्रिं. डीके शर्मा, विजय अरोड़ा, अमित नागपाल, राजिंदर मोदगिल, राजेश नकड़ा, कमल खुराना, सिद्धार्थ गुलाटी, अविनाश सूद, तरुण सरीन आदि मौजूद थे।