होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): नगर निगम की कार्यप्र्रणाली अकसर ही सुर्खियों में रहती है और राजनीति की भेंट चढ़े कार्यों के कारण आम जनता को परेशानी से जूझना पड़ता है। ऐसा ही एक ताजा मामला उस समय सामने आया जब 25 लाख से अधिक का कार्य 13 लाख में अलाट होने के बाद उसे भी कैंसल करके जनता को परेशानियों से जूझने को छोड़ दिया गया। जिसके चलते नगर निगन और सरकार की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। इस संबंधी जानकारी देते हुए वार्ड नंबर 42 (अब 43) के पूर्व पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू ने बताया कि 2019 में वार्ड 43 में अलग-अलग गलियों का एस्सिमेट 25 लाख 54 हजार 800 रुपये का पास किया गया था। लेकिन 2020 में बैठक न होने के कारण यह पास नहीं हो पाया था। लेकिन कांग्रेस ने (नगर निगम में अपना मेयर बनाने उपरांत) इस एस्टिमेट को पास किया था और इस संबंधी नंबर 2368 तिथि 8 मार्च 2021 एवं निट नंबर 5 के तहत इसे जारी कर दिया गया था, जिस संबंधी लगभग 46 प्रतिशत लैस पर 13 लाख 67 हजार 411 रुपये का वर्क आर्डर मांझीधूत वाली कोआपरेटिव सोसायटी को अलाट किया गया था। इस कार्य का उद्घाटन मेयर सुरिंदर कुमार के अलावा मौके पर मौजूद सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर रणजीता चौधरी व मोहल्ले के गणमान्य लोगों की मौजूदगी में किया गया था। लेकिन दुख की बात है कि यह काम शुरु नहीं हो पाया।
बिट्टू भाटिया ने बताया कि उन्होंने इस बाबत मेयर सुरिंदर कुमार से भेंट की और काम के शुरु न होने संबंधी बात की। जिस पर पता चला कि मौजूदा वार्ड पार्षद आशा दत्ता ने मोहल्ले वालों की मांग पर इस संबंधी लिख कर दिया था कि उन्हें गलियों में इंटरलाकिंग टाइलें नहीं लगवानी तथा इन्हें सीमेंटेडि बनवाया जाए। जिस पर मेयर ने बताया था कि एक माह के भीतर काम की नेचर बदल कर काम शुरु करवा दिया जाएगा। श्री भाटिया ने बताया कि काम शुरु न होने को लेकर और मोहल्ला निवासियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए उन्होंने एसई राजिंदर चोपड़ा से भेंटकर बात की तो उन्होंने बताया कि उक्त काम को कैंसल कर दिया गया है। यह बात जानकर उनके पैरों तले से जमीन निकल गई कि काम को कैंसल करके मौजूदा सरकार ने जहां जनता के पैसे से जमा टैक्स का 12 लाख रुपये का नुकसान करवाया वहीं जनता के साथ भी धोखा किया है। जिसकी जांच करवाई जानी बेहद जरुरी है ताकि भविष्य में जनता के साथ अन्याय न हो सके। श्री भाटिया ने बताया कि उन्होंने अपनी टर्मओवर में इन गलियों का एस्टिमेट बनवाया था और पार्षद चुनाव से पहले कमिशनर नगर निगम द्वारा उसे पास किया गया था ताकि जनता को मौलिक सुविधाओं के अभाव में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने बताया कि इस सारे मामले की उच्चस्तरीय जांच करवानी जानी जरुरी है ताकि पता चल सके कि जनता को सहूलत और सरकार को राजस्व लाभ मिलने से वंचित करने वाली ताकतें कौन से हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की हैरानी है कि इस मामले को लेकर वार्ड पार्षद चुप्पी साधें बैठी हैं, जबकि उन्हें इस बाबत खुलकर सामने आना चाहिए था। श्री भाटिया ने कहा कि अगर इस मामले को लेकर सडक़ पर उतरने की जरुरत पड़ती है तो वह वार्ड वासियों की भलाई के लिए उनके साथ खड़े होंगे ताकि उनके वार्ड के समस्त कार्य निर्विघ्न हो सकें। श्री भाटिया ने कहा कि वह होशियारपुर के विधायक एवं कैबिनेट मंत्री ब्रह्मशंकर जिम्पा, जोकि वार्ड 6 से पार्षद भी रह चुके हैं से अपील करते हैं कि वह इस मामले की गहनता से जांच करवाएं और जल्द से जल्द काम करवाकर जनता को राहत प्रदान करें। क्योंकि, एक पार्षद होने के नाते श्री जिम्पा वार्ड वासियों का दर्द भलिभांति समझते हैं और उन्हें उम्मीद है कि श्री जिम्पा इस संगीन मामले में मध्यस्ता करते इसके हल के लिए उपाये जरुर करेंगे।