धागा नहीं ये प्रेम का बंधन है मेरा
धागा नहीं ये प्रेम का बंधन है मेरा
कोई बेड़ी नहीं है ये रक्षा कवच है तेरा
मत समझना मुझे चंद सिक्को का मुहताज
राखी तो है त्योहार भाई-बहन का
ना मांगू मैं हीरे और मोती
ना ही चाहिए जमीन का हिस्सा मुझे
तु बस रखना ख्याल हमेशा मेरा
राखी तो है त्योहार भाई-बहन का
तेरे आगे बेशक सिर झुकता है मेरा
पर कभी भरोसा मत तोडऩा मेरा
राखी तो है त्योहार भाई-बहन का
रहे हमेशा खिलती खुशियां आंगन में तेरा
हर सपना सच हो तेरा
खट्टी मिठी यादो में बीता है बचपन तेरा और मेरा
आखिरी दम तक रहे साथ हमेशा तेरा और मेरा
राखी तो है त्योहार भाई-बहन का
नविता रानी, होशियारपुर