भूंगा(होशियारपुर)(द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के कृषि, ग्रामीण विकास व पंचायत मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि बागवानी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश में अलग-अलग स्थआनों पर स्थानीय रवायती फलों के मेले लगाए जाएंगे। होशियारपुर में आम, अबोहर में किन्नू व पठानकोट में लीची का मेला भी लगाया जाएगा।
स. धालीवाल ने यह विचार पंजाब लोक विरासत अकादमी व बाबूशाही डाट काम की ओर से काला बाग भूंगा(होशियारपुर) में करवाए दूसरे डा. महिंदर सिंह रंधावा मैंगो मेले के दौरान शिरकत करते हुए रखे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि गंभीर संकट में है, इसको निकालने के लिए बड़े कदम उठाने की जरुरत है।
किसानों को खुशहाल करने के लिए फलों की खेती को उत्साहित करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हर वर्ष रवायती फलों आम, किन्नू, लीची, अमरुद आदि के मेले लगाए जाएंगे। पंजाब को गेहूं-धान के फसली चक्कर में से निकालने व फसली विभिन्नता को उत्साहित करने के लिए फलों के आग बहुत जरुरी है। स. धालीवाल ने कहा कि इस लिए वे निजी तौर पर बागवानी मंत्री फौजा सिंह सरारी से बात कर कृषि व बागवानी विभाग के साथ मिलकर इन फलों के मेलों को मकबूल करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी उपस्थित लोग अपने घरों में फलदार पौधे लगाएं। पंजाब लोक विरासत अकादमी के चेयरमैन प्रो. गुरभजन सिंह गिल ने कहा कि इस मेले का मनोरथ फलों को उत्साहित करने के अलावा रवायती लोक संगीत को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि इस मेले का उद्देश्य पुराने समय की तरह मिलकर बैठना है।
बाबूशाही डाट काम के संस्थापक बलजीत बल्ली ने कहा कि पंजाब की सिरमौर हस्ती डा. महिंदर सिंह रंधावा ने बागवानी क्षेत्र में बहुत काम किया व इसी लिए यह मैंगो मेला डा. रंधावा को समर्पित किया है। मेले के संचालक डा. अवतार सिंह ओठी ने सभी मेहमानों व गणमान्यों का धन्यवाद किया। डा. निर्मल जौड़ा ने कहा कि यह विशेष मेला है जो माझा, मालवा व दोआबा क्षेत्र के लोगों की ओर से मिलकर मनाया जाता है। इस मौके पर प्रसिद्ध गायक पाली देतवालिया ने सारंगी वादक नवजोत सिंह मंडेर व साथियों की ओर से लोक संगीत से श्रोताओं को निहाल किया। लोक गायकी का खुला अखाड़ा आमों के पेड़ों के नीचे बाग में लगाया गया।
इस मौके पर विधायक उड़मुड़ जसबीर सिंह राजा गिल, विधायक दसूहा कर्मवीर सिंह घुम्मण, डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस, एस.एस.पी. सरताज सिंह चाहल, एस.डी.एम. हरबंस सिंह, डिप्टी डायरेक्टर बागवानी जसविंदर सिंह, गुरजीत सिंह नीला नलोआ, जसकरन धनोआ, रणजीत सिंह, डा. गुरइकबाल सिंह, तिरलोचन लोची, जगदीश पाल सिंह गरेवाल, एडवोकेट हरप्रीत सिंह संधू, जसमेर सिंह ढट्ट, तरनदीप सिंह किन्नरा, कवंलजीत सिंह कंवल, कुलदीप सिंह बेदी, नवदीप सिंह गिल, दिलबाग सिंह खतराए, सिकंदर सिंह गरेवाल भी उपस्थित थे।