चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर ( एम. वी. आई.) जालंधर दफ़्तर द्वारा प्राईवेट एजेंटों के साथ मिलीभुगत करके संगठित भ्रष्टाचार करने के विरुद्ध दर्ज मुकदमे में फऱार चले आ रहे प्राईवेट एजेंट परमजीत सिंह बेदी निवासी न्यू डिफेंस कालोनी, अब जोगिन्द्र नगर, रामा मंडी जालंधर को आज गिरफ्तार कर लिया जबकि इस केस में फऱार बाकी दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए यत्न जारी हैं। आज यहाँ यह जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि बीते दिन विजीलैंस ब्यूरो जालंधर की तरफ से अचानक चैकिंग के दौरान एम. वी. आई. दफ्तर जालंधर में वहाँ के एम. वी. आई. नरेश कलेर की तरफ से प्राईवेट एजेंटों के साथ मिलीभुगत करके बड़े स्तर पर किये जा रहे संगठित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करते हुए 23. 08. 2022 को भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस केस में नरेश कुमार कलेर, रामपाल उर्फ राधे और मोहन लाल उर्फ कालू ( दोनों प्राईवेट एजेंट) को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि अभी सात नामज़द दोषी भगौड़े चले आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के उपरांत उक्त परमजीत सिंह बेदी से 3 अलग-अलग किस्मों के स्मार्ट फ़ोन और अलग-अलग नामों पर जारी करवाई अलग-अलग कंपनियों की 4 मोबायल सिमें बरामद हुई हैं। इसके इलावा उक्त मुलजिम एम. वी. आई. नरेश कलेर के दस्तखत किये हुए और दफ़्तर की मोहर लगे खाली फिटनेस सर्टिफिकेट और अन्य सरकार को चूना लगाने वाले दस्तावेज़ भी बरामद हुए हैं। विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से आगामी दिनों में उक्त मुलजिम बेदी के मोबायल, सिम कार्ड और लैपटाप का सारा डाटा साईबर माहिरों को भेज कर जांच करवाई जायेगी जिससे और अहम खुलासे होने की संभावना है और जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने बताया कि उक्त नरेश कलेर एम. वी. आई. द्वारा अलग-अलग किस्मों की गाडिय़ों की पासिंग बिना इंसपैकशन किये और बिना सरकारी फीस भरे रिश्वत लेकर गाडिय़ों को फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाता था।