अमृतसर(द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेत्री लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि सन 2011 में पंजाब में 108 एंबुलेंस सेवा रोगियों की सहायता के लिए शुरू की गई और इस सेवा के कारण बहुत से सडक़ दुर्घटनाओं में घायल लोगों की जिंदगी बची। इसका विशेष लाभ उन महिलाओं को हुआ जो दूरदराज के इलाके से बच्चे को जन्म देने के लिए अस्पतालों में नहीं पहुंच सकती थी। सरकार जरा पिछले 12 वर्षों के आंकड़े देखे कि कितने बच्चे सुरक्षित जन्म लेकर दुनिया में इसी एंबुलेंस सेवा के कारण आए, पर इन कर्मचारियों की आज तक किसी ने कोई चिंता नहीं की। क्या सरकार जानती है कि इन कर्मचारियों को बहुत थोड़ा वेतन मिलता है। काम के घंटे बहुत ज्यादा हैं। छुट्टी भी नियमानुसार जितनी मिलनी चाहिए, नहीं मिलती और इन कर्मचारियों को अधिकतर आउटसोर्सिंग एजेंसी के मालिकों द्वारा दी गई ताडऩा और यातना सहनी पड़ती है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के बहुत से स्वास्थ्य मंत्रियों और श्रम विभाग के अधिकारियों सहित मुख्य सचिव पंजाब को भी इनकी दुर्दशा पिछले चार वर्षों में कई बार बताई गई, पर सच यह है कि घायल की गति घायल जानते हैं। मोटा वेतन लेकर ठंडे—गर्म कमरों में बैठने वाले नहीं। श्री भगवंत मान से मेरी व्यक्तिगत यह अपील है कि 108 एंबुलेंस के कर्मचारियों को भी संरक्षण दें। पूरा वेतन और साप्ताहिक अवकाश के साथ ही काम के घंटे भी निश्चित करें। अभी तो इन कर्मचारियों को 12 से 16 घंटे काम करना पड़ता है।