होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। योग साधन आश्रम डगाना रोड पर आज चार दिवसीय प्रभु रामलाल जी जन्मोत्सव महोत्सव शुरू हुआ हवन यज्ञ के उपरांत भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए योग आचार्य चंद्र मोहन जी महाराज ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें गुरु महाराज के तीर्थ स्थान पर आने का मौका मिला है ताकि हम उनके चरणों में बैठ कर अपने जीवन को सफल कर सकें उन्होंने कहा कि सदगुरु महाराज ने हमें जीवन का लक्ष्य दिखाया है जिस पर चलकर हम मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं इस कार्यक्रम में हम अपनी आत्मा का उद्धार करने तथा आध्यात्मिक विकास करने के लिए एकत्रित हुए हैं हम अपना अवलोकन करते रहते हैं ताकि हम अपनी त्रुटियों को दूर कर सकें उन्होंने कहा कि भगवान ने मन एक ऐसा तत्व दे दिया है जो हमारे नियंत्रण में नहीं आता ऋषि-मुनियों ने इसी मन के द्वारा समाधि में रहकर मोक्ष की प्राप्ति की उन्होंने कहा कि इस सृष्टि की रचना अति बिचित्र है इसे समझना मुश्किल है लेकिन जब सदगुरु मिल जाते हैं जो ईश्वर से युक्त होते हैं हमें जीवन का रहस्य बताते हैं उन्होंने कहा कि ईश्वर के 4 रूप होते हैं
वह परमपिता का अंश होते हैं हमारे अंदर भगवान के अंश का निवास होता है जिसे हम जीवात्मा कहते हैं कुछ जीब संसार में आकर साधारण जीवो की तरह व्यवहार नहीं करते वह सांसारिक इच्छाएं रखते हैं लेकिन कुछ आत्माएं सांसारिक इच्छाओं में लिप्त नहीं होती उनका मानना होता है कि हम भगवान के कार्य को करने आए हैं राजा जनक भी राज पाट होते हुए उसमें आसक्त नहीं हुए उसे विजय अवस्था कहते हैं जब संसार में धर्म की हानि होती है लोगों का चरित्र गिर जाता है तो भगवान संसार का उद्धार करने के लिए प्रकृति में किसी न किसी रूप में प्रकट होते हैं त्रेता में जब राक्षस ऋषि यों को यज्ञ नहीं करने देते थे तो भगवान राम के रूप में धरती पर आए इसी तरह द्वापर में जब पाप पुण्य बराबर होने लगे तो योगेश्वर कृष्ण के रूप में प्रकट हुए भगवान राम धनुष लाए तो भगवान कृष्ण सुदर्शन लेकर आए त्रेता में काकभुशुंडी ऋषि ने भविष्यवाणी की थी कि कलिकाल में जब पाप अत्याधिक बढ़ जाएगा तो महाशक्ति फिर प्रभु रामलाल जी के रूप में प्रकट होगी उन्होंने कहा कि हमें हमेशा सत्य तथा धर्म के मार्ग पर चलते हुए आगे बढ़ना चाहिए फोटो कैप्शन: हवन यज्ञ करते चंद्र मोहन जी महाराज|