हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। कारगिल जंग में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी फौज को हराकर वीरता की एक नई मिसाल कायम की। हालांकि इस युद्ध में हिंदुस्तान ने भी अपने कई जांबाज जवान खोए जिनमें राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी के पूर्व छात्र, गांव अन्द्राल निवासी दिनेश कुमार भी 17 जून 1999 को शहीद हुए जिनके पिता सेवानिवृत कैप्टेन भूप सिंह ने अपने बेटे की याद में पाठशाला के विकास के लिए विशेष कर संजय ठाकुर डीपीई की प्रेरणा से प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा को 51 हजार रूपए का चैक भेंट किया।
उन्होंने अपने 20 वर्षीय बेटे के इस सर्वोच्च बलिदान पर गर्व करते हुए कहा कि शहादत तो अमर हुई है। फक्र तो कारगिल विजय का है शहीद भारतीय सैनिक सदा के लिए अमर हो गए। वहीं प्रधानाचार्य ने समस्त बच्चों, अध्यापकों, अभिभावकों एवम पाठशाला प्रबंधन समिति की ओर से इस अमूल्य योगदान के लिए उनका धन्यवाद एवं आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पर देश के लिए कुर्बानी देने वाले ऐसे जवानों को समस्त पाठशाला परिवार नमन करता है।
वे हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे और पाठशाला जल्दी ही खेल के मैदान में टौणी देवी क्षेत्र के शहीदों के लिए एक स्मारक खेल के मैदान में बनाने जा रही है जिसका उद्देश्य हमें उन लोगों की याद दिलाना है। जिन्होंने युद्ध में सेवा की और अपना जीवन देश के लिए अर्पित दिया। बताते चलें कि शहीद के बड़े भाई राकेश भी उन दिनों में कारगिल में ही सेवाएँ दे रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ रूप लाल भी उपस्थित रहे।