होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), संदीप डोगरा/समीर सैनी। एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने के दावे करते नहीं थक रही तो दूसरी तरफ सरेआम हो रही धक्केशाही एवं लूट को रोकना जरुरी नहीं समझा जा रहा। आलम यह है कि कुछेक शराब ठेकेदारों की मनमर्जी एवं धक्केशाही के आगे एक्साइज़ विभाग भी बौना दिखाई देने लगा है और विभाग के अधिकारी बेबस से जान पड़ते हैं। असर इस तरह से न होता तो शायद मनमर्जी के रेट वसूलने वाले ठेकेदारों पर कार्यवाही हो गई होती। लेकिन दुख इस बात का है कि अधिकारियों को बार-बार चेताए जाने के बावजूद कार्यवाही का न होना कथिर मिलीभगत की ओर इशारा करता है।
आपको बता दें कि विभाग से प्राप्त जानकारी एवं पालिसी के अनुसार भारत में बनने वाली देशी व विदेशी बीयर के दाम 160 रुपये प्रति बोतल तय किए गए हैं तथा कोई भी ठेकेदार 161 रुपये में भी नहीं बेच सकता। इसके साथ ही शराब के दाम बोतल पर प्रिंट रेट से अधिक नहीं वसूले जा सके और ठेकेदार के लिए शराब के ठेके पर रेट लिस्ट लगानी जरुरी होती है। लेकिन शहर में इस तरह का कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है। अधिकारियों की नाक चले चल रही इस लूट को रोकने का शायद ही किसी अधिकारी ने प्रयास किया हो। जिसके चलते ठेकेदार द्वारा बीयर के 180 रुपये वसूले जा रहे हैं और शराब के दाम भी मनमर्जी से वसूले जा रहे हैं। किसी ठेके पर तो एक शराब की बोतल 650 रुपये में दी जा रही है तो वही बोतल बार्डर इलाके में बनाए गए ठेके पर 300 या 400 रुपये में बेची जा रही है।
इतना ही नहीं अगर कोई बीयर के दाम संबंधी ठेके के करींदे से अधिक दाम वसूलने संबंधी एतराज जताता है तो उनके द्वारा गलत व्यवहार किया जाता है और ग्राहकों को धमकी तक दे दी जाती है। जिससे लगता है कि ठेके पर रखे करिंदे किसी ठेकेदार के वर्कर न होकर किसी गुंडा गैंग के सदस्य हों। जिसके चलते कोई भी उनसे उलझना नहीं चाहता और लोग सरेआम लूट का शिकार होने को विवश हैं। इस संबंधी विभाग के सहायत एक्साइज एवं टैक्सेशन कमिशनर हरप्रीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ ही समय यहां आए हुए हुआ है और वह इस बावत इंस्पैक्टर से रिपेर्ट तलब करेंगे तथा बनती कार्यवाही की जाएगी। सहायक कमिशनर को हमारे संवादवाता द्वारा शहर के एक ठेके से 180 रुपये में बीयर की बोतल की खरीद संबंधी वीडियो भी भेजी गई, जिसमें साफ दिख रहा है कि किस प्रकार शराब ठेकेदार का करिंदा तय दाम से अधिक वसूल रहा है।