कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़), गौरव मढ़िया। राष्ट्रीयअल्पसंख्यकों आयोग के चेयरमैन व भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य इकबाल सिंह लालपुरा से भाजपा के सीनियर नेता तथा भाजपा जिला प्रधान रणजीत सिंह खोजेवाल ने दिल्ली में विशेष मुलाकात की। इस दौरान 2024 के लोकसभा विधानसभा चुनावों और कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। पत्रकारों को जानकारी देते हुए रणजीत सिंह खोजेवाल ने कहा कि इस मुलाकात में पंजाब के अल्पसंख्यक भाईचारे को पेश आ रही मुश्किलों के बारे बातचीत कर उसके समाधान के लिए प्रोग्राम बनाए गए।
साथ ही अल्पसंख्यक भाईचारे के साथ जुड़े अलग-अलग राजनीतिक तथा सामाजिक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया। खोजेवाल ने कहा लालपुरा का मार्गदर्शन निश्चित रूप सिख धर्म को पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में मजबूत कर रहा है।उन्होंने कहा कि पूर्व आईपीएस अधिकारी लालपुरा 14 किताबों के लेखक भी हैं।लालपुरा 1978 के सिख-निरंकारी संघर्ष के जांच अधिकारी भी रहे थे। गुरबानी पर उनकी किताबें विशेष पहलुओं, जैसे गुरु ग्रंथ साहिब में इस्लाम, हिंदू धर्म और अन्य धर्मों के संदर्भ पर ध्यान केंद्रित करती हैं। उन्होंने कहा कि रूपनगर जिले से संबंध रखने वाले लालपुरा ने अमृतसर ग्रामीण, कपूरथला और तरनतारन जिलों के एसएसपी के रूप में बहुत बढ़िया कार्य किया। उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता आम आदमी पार्टी से बेहद परेशान हो चुकी है।वह पंजाब में बदलाव करके पंजाब सत्ता भाजपा को सौंपना चाहती है।
उन्होंने कहा कि अगर 2024 में देश में भाजपा तीसरी बार सत्ता में आती है तो अल्पसंख्यक भाईचारे की सभी मुश्किलों का पहल के आधार पर समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पंजाब वासियों के लिए कई ऐतिहासिक काम किए हैं। जैसे पंजाबियों की सबसे बड़ी मांग करतारपुर साहिब कारिडोर का निर्माण करवाना तथा 1984 सिख कत्लेआम के दोषियों को सजा दिलवाना।खोजेवाल ने कहा कि लालपुरा पंजाबी मानस को किसी अन्य की तुलना में बेहतर जानते और समझते हैं। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के लिए भारत सबसे सुरक्षित है,यहां अल्पसंख्यक आबादी बढ़ रही है।
सरकारी योजनाओं से रोजगार के अवसर सृजित करने की आवश्यकता है ताकि युवाओं को विदेश में पलायन न करना पड़े। उन्होंने नशे पर चिंता जताई और कहा कि रोजगार देकर युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सकता है। भारत तेजी से तरक्की कर रहा है, लेकिन दुर्भाग्य से पंजाब पिछड़ता जा रहा है। खोजेवाल ने कहा कि पीएम सीमावर्ती गांवों के लोगों को विकास की दृष्टि से आगे ले जाने को प्राथमिकता दे रहे हैं और भारत सरकार अल्पसंख्यक वर्ग के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबंधित हैं।