होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट-इंदरजीत हीरा। रोजगार की तलाश में गए राजस्थान और पंजाब के 1500 मजदूर मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान में फंस गए हैं। उन्हें बताए अनुसार काम व पगार नहीं मिल रही है। ये लोग अब वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं। वापसी के लिए इनसे टिकट के रुपए मांगे जा रहे हैं। इन लोगों ने अपना वीडियो भेजकर आपबीती बताई है। वहां फंसे फतेहपुर के राजेंद्र कुमार ने बताया कि वे लोग जुलाई में गए थे। फतेहपुर में इंटरव्यू हुआ था। स्टील फिटर, प्लंबर व मेशन के लिए चुना गया था। 70 हजार रुपए तनख्वाह बताई गई थी। दिल्ली से 15 से 23 जुलाई के बीच फ्लाइट कराकर हम लोगों को यहां लाया गया था।
हम यहां 1500 लोग थे। इनमें अधिकांश राजस्थान के हैं। इसमें करीब 1200 लोग सीकर, झुंझुनूं व चूरू जिले के हैं। यहां आकर उनको 30 हजार रुपए पगार दी जा रही है। जब लोगों इसका विरोध किया तो धमकाया गया। वहां रह रहे रतनगढ़ के बिजेंद्र स्वामी ने बताया कि विरोध करने पर मारपीट की जा रही है। रोटी की बजाय चावल दिए जा रहे हैं। एक महीने से कैंप में बैठाकर रखा है। एंबेसी में शिकायत की है। झुंझुनूं के राधेश्याम ने बताया कि हमारे साथ धोखा हुआ है। एजेंट के बताए अनुसार पगार नहीं दी जा रही है। माइनस डिग्री तापमान में तंबुओं में रखा गया है।