नया साल, नई शुरुआत…
चलो निराशा के अंधकार को मिटाए
जीवन से फिर से नई उम्मीदों की ज्योति जगाएं
आओ नई शुरुआत नए साल से करे।
चलो कुछ तुम भूल जाओ
और ना पुरानी बाते ना हम याद करे
रिश्तों में फिर से मिठास घोल दे
आओ नई शुरुआत नए साल से करे।
चलो पुरानियां गलतियों से कोई सबक ले
अपना रास्ता भी खुद ढूंढ ले
बिना डरे चलों मंजिल पर पहुंच जाए
आओ नई शुरुआत नए साल से करे।
चलो हर फर्ज अपना ईमानदारी से निभाएं
बड़ो से बड़पन सीखे छोटों को प्यार दे
आज अपनी जीत का अगाज करे
आओ नई शुरुआत नए साल से करे।
करो नारी शक्ति आज खुद से वायदा
इन्ह वायदों को पूरा अजाम दे
अपने अस्तित्व को कई पहचान दे
आओ नई शुरुआत नए साल से करे।
नविता राजपूत
होशियारपुर।