होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। डायरैक्टर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, पंजाब, कोमल मित्तल, आई.ए.एस. डिप्टी कमिश्नर कम चेयरपर्सन और डा. हरबंस कौर, डिप्टी मैडिकल कमिश्नर के आदेश अनुसार सरकारी हाई स्कूल डगाना कलां में प्रिंसीपल हरप्रीत कौर की अध्यक्षता में नशाखोरी एवं इसके उपचार पर जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला नशा मुक्ति पुनर्वास केन्द्र, होशियारपुर से प्रशांत आदिया काउंसलर ने नशे के दुष्प्रभाव, कारणों और उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रशांत आदिया काउंसलर ने कहा कि नशा एक मानसिक बीमारी है जो बार-बार होने वाली और लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार तंबाकू को ‘द गेट ऑफ अदर ड्रग्स‘ कहा गया है, जिसमें 7000 रसायन होते हैं। जिसमें निकोटीन की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है।
इसके अलावा अन्य दवाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि होशियारपुर जिले में 02 नशा मुक्ति केन्द्र सिविल अस्पताल होशियारपुर व दसूया में, 01 पुनर्वास केन्द्र मोहल्ला फतेहगढ़ में है, जहां मरीजों का उपचार किया जाता है। जहां व्यक्तिगत काउंसलिंग, ग्रुप काउंसलिंग, परिवारिक काउंसलिंग, आध्यात्मिक काउंसलिंग के साथ-साथ खेलें और अन्य गतिविधियां करवाई जाती हैं। यहां जिला रेडक्रॉस के सहयोग से व्यावसायिक वोकशल कौशल विकास कोर्स एफ.सी.आई. के अंतर्गत फूड क्राफ्ट, सैलून और कई अन्य सिखलाई कोर्स करवाए जाते हैं। जिसके चलते केंद्र को ‘द सेंटर ऑफ एक्सीलेंस‘ का खिताब मिला है। आओ मिल जुल कर अभियान चलाए नशा मुक्त पंजाब बनायें। इस अवसर पर वाईस प्रिंसीपल राज रानी, रीटा रानी, दलजीत कौर, गगन ज्योति, नीलम रानी, नीरज, सभी विद्यार्थियों व स्टाफ को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई।