होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सिविल अस्पताल परिसर खासकर आपातकालीन विभाग में आए दिन असामाजिक तत्वों द्वारा तोडफ़ोड़ एवं गुंडागर्दी की घटनाओं को रोकने के लिए पक्के तौर पर पुलिस मुलाजिमों की तैनाती हेतु जिला पुलिस प्रमुख से बातचीत की गई है। जिसके बाद आपातकालीन विभाग के बाहर पक्के तौर पर पुलिस कर्मियों की तैनाती करवा दी गई है, जिससे गुंडागर्दी की बढ़ रही घटनाओं पर नकेल कसी जा सकेगी।
उक्त जानकारी विधायक सुन्दर शाम अरोड़ा ने इस संबंधी सिविल सर्जन डा. रेनू सूद एवं अन्य गणमान्यों के साथ बैठक दौरान दी। उन्होंने बताया कि हाल ही में सिविल अस्पताल के आपातकालीन विभाग में कानून को अपने हाथ में लेते हुए युवकों के गुटों द्वारा लड़ाई-झगड़ा करने की घटना प्रकाश में आई थी। जिसके बाद से ही अस्पताल में ईलाज करवाने पहुंचने वाले लोगों के साथ-साथ डाक्टरों और अन्य स्टाफ सदस्यों ने सुरक्षा को लेकर पुख्ता प्रबंध किए जाने की मांग की थी। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने एस.एस.पी. के साथ बात करके आपातकालीन विभाग के समीप पक्के तौर पर मुलाजिमों को तैनात करने की बात की थी। जिस उपरांत अब अस्पताल में पुलिस मुलाजिम तैनात कर दिए गए हैं, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपने कर्तव्य का निर्वाह करेंगे।
विधायक अरोड़ा ने कहा कि सिविल अस्पताल जहां पर लोग अपनी बीमारी का ईलाज करवाने आते हैं और वहां स्थित डाक्टर और स्टाफ उन्हें नया जीवन प्रदान करने में अहम रोल अदा करते हैं। इसलिए डाक्टर जहां मरीज की जान बचाते हैं वहीं डाक्टरों और नर्सों व अन्य स्टाफ सदस्यों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाना भी अनिवार्य है। जिसे देखते हुए यह व्यवस्था करवाई गई है। उन्होंने सिविल सर्जन डा. रेनू सूद को समय-समय पर खुद अस्पताल का दौरा करके वहां पेश आ रही समस्याओं के हल हेतु प्रयासरत रहने की बात कही। इस मौके पर नंबरदार कैप्टन कर्मचंद, पूर्व सरपंच जुगन किशोर, अनिल कुमार, सोनू, हरमेश लाल कोरा, गुलशन राय, नरेश अग्रवाल एवं गुरदीप कटोच आदि मौजूद थे।