होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। देश की आज़ादी में शहीदों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता और न ही उनके इस ऋण को चुकाया जा सकता है। इसलिए हमें अपना हर दिन शहीदों को समर्पित करना चाहिए जोकि शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उक्त विचार सामाजिक संस्था नई सोच के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि भेंट करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हमारी नई पीढ़ी अनपे इतिहास के प्रति पूरी तरह से जागरुक नहीं है और न ही उनमें अपने गौरवमयी इतिहास की जानकारी प्राप्त करने की जिज्ञासा है।
नई सोच ने शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि भेंट की
अश्विनी गैंद ने कहा कि युवा पीढ़ी पर पाश्चात्य संस्कृति के बढ़ते प्रभाव के कारण वह अपनी संस्कृति से दूर होती जा रही है। इसलिए जरुरी है कि शहीदों से जुड़े इतिहास को हर कक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए। ऐसा करके ही हम अपने बच्चों व युवा पीढ़ी को देश की आजादी में अपने प्राणों की आहुति देने वालों व अहम योगदान डालने वालों के महान जीवन से परिचित करवा सकते हैं। तभी हमारे युवा वैलेंटाइन-डे और अन्य पाश्चात्य त्योहारों से बच सकेंगे।
इस मौके पर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष लक्की ठाकुर एवं मोंटी ठाकुर ने सरकार अपील की कि शहीदों से संबंधित हर दिन को राष्ट्रीय दिवस घोषित किया जाए। उन्होंने कहा कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को बच्चे फोटो देखकर तो पहचानते हैं, मगर दुख की बात है कि उनकी जीवनी के बारे में अधिकतर को ज्ञान नहीं है, जिसके चलते भी बच्चे अपने इतिहास से दूर होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संस्थाओं की तरफ से जल्द ही शहीदों की जीवनी को बच्चों व युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए मुहिम छेड़ी जाएगी। इस मौके पर संजीव सूद, अशोक सैनी, योगेश सहदेव योगी, नीरज गैंद, राजेश शर्मा, तिलक राज शर्मा, अनूप शर्मा, राजेश मल्होत्रा, राजीव कुमार, टींकू सैनी, समीर कुमार, योगेश कुमरा, कुलबीर सिंह, संजीव महेश्वरी, रमन कुमार, अंकित आनंद, राकेश कुमार, रवि कुमार, पियूष सूद, सोनू टंडन आदि ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट की।