होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। 2020 तक भारत से रुबेला और मीजल जैसे भयानक रोगों को खत्म करने के उद्देश्य से विश्व हैल्थ आर्गोनाइजेशन द्वारा बच्चों की वैकसीनेशन करने की मुहिम शुरु की गई है, जोकि पूरी तरह से सुरक्षित और लाभदायक है। बच्चों को किसी भी तरह की वैकसीनेशन करने पर कुछेक बच्चों का बीमार होना माइनर सा सिमटम (एकाध दिन का बुखार होना मामूली बात है) है तथा इससे घबराने की कोई जरुरत नहीं है।
स्कूलों में बच्चों की दी जा रही वैकसीनेशन माहिर डाक्टरों की टीम एवं एम.ओ. की निगरानी में दी जाती है। इसलिए अभिभावकों एवं स्कूल प्रबंधकों को बिना किसी डर के टीम व प्रशासन को इस मुहिम की सफलता में सहयोग देना चाहिए।
उक्त बात हल्का चब्बेवाल से विधायक डा. राज कुमार ने एम.आर. वैकसीनेशन को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से किए जा रहे गलत प्रचार का कड़ा संज्ञान लेते हुए कही। उन्होंने कहा कि यह वैकसीनेशन पूरी तरह से सुरक्षित है और इससे बच्चे उक्त नामुराद बीमारियों से बचे रहेंगे। जिससे वे समाज व देश के विकास में बेहतर ढंग से योगदान डाल सकेंगे।
डा. राज कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा योजना के तहत यह वैकसीनेशन मुफ्त की जा रही है। अगर यही वैकसीनेशन प्राइवेट तौर पर करवानी पड़े तो इसके लिए हजारों रुपये खर्च करने पड़ते हैं। जोकि हर व्यक्ति की पहुंच से बाहर हो जाता है।
इसलिए सरकार बिना किसी भेदभाव के 15 साल तक के बच्चों को यह वैकसीनेशन करवा रही है ताकि वे निरोग रह सकें। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस वैकसीनेशन से जुड़ी किसी भी तरह की अफवाह से सावधान रहें और बिना किसी डर के प्रशासन व डाक्टरों को सहयोग देते हुए बच्चों की वैकसीनेशन करवाएं।