होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भारत विकास परिषद की तरफ से विश्व तम्बाकू निषेध दिवस को समर्पित जागरुकता सैमीनार घंटाघर के समीप लेबर शैड में आयोजित किया गया। प्रधान प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अगुवाई में आयोजित इस कैंप में कामागारों को तम्बाकू से होने वाले नुकसान एवं बीमारियों संबंधी जानकारी दी। इस अवसर पर सैमीनार को संबोधित करते हुए संजीव अरोड़ा ने बताया कि तम्बाकू मुंह के कैंसर का कारण बनता है तथा इससे धीरे-धीरे शरीर अंदर से खोखला हो जाता है। जिससे हमारे शरीर की बीमारियों से लडऩे की शक्ति भी कम हो जाती है। जिस कारण कैंसर जैसा भयंकर रोग होने की आशंका बढ़ जाती है तथा इसके कारण विश्व में लाखों लोग हर साल मौत का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने कामागारों को कहा कि देश एवं प्रदेश के विकास में आपका बहुत अहम योगदान है, क्योंकि कोई भी निर्माण कार्य आपके बिना पूरा नहीं हो सकता। इसलिए आप सभी का तंदरुस्त एवं स्वस्थ्य रहना बहुत जरुरी है तथा जो भाई तम्बाकू का सेवन करते हैं उनसे परिषद की अपील है कि वे अपने व अपने परिवार की भलाई के लिए इसका त्याग करें। इस दौरान उन्होंने सभी श्रमिक भाईयों को तम्बाकू का सेवन न करने की शपथ भी ग्रहण करवाई।
तम्बाकू दिवस को समर्पित सैमीनार में भाविप ने कामागारों को तम्बाकू का सेवन न करने के प्रति किया जागरुक
इस अवसर पर जिला सचिव राजिंदर मोदगिल एवं एडवोकेट गौरव गर्ग ने उपस्थिति को तम्बाकू से संबंधित अन्य बुराईयों के प्रति जागरुक किया। उन्होंने कहा कि साल में एक दिन किसी नशे के त्याग को लेकर मनाने का उद्देश्य यह होता है कि उस दिन विश्व भर में समारोह व अन्य प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम करके लोगों को जागरुक किया जाए, मगर एक दिन ही नहीं हमें नशों के प्रति हर दिन जागरुक होने की जरुरत है ताकि हम स्वस्थ्य रह सकें। क्योंकि जिस देश के लोग पूरी तरह से स्वस्थ्य होंगे वह देश अन्यों के मुकाबले तेजी से तरक्की करेगा।
इस अवसर पर कामागारों ने परिषद के इस प्रयास की सराहना की और उनसे तम्बाकू विरोधी चेतावनी दर्शाता हुआ एक बैनर लेकर लेबर शैड में लगाया ताकि इसे पढक़र लोग जागरुक हो सकें और तम्बाकू का सेवन छोड़ सकें। इस मौके पर श्रमिक भाई मंगा राम सैनी ने अपनी जेब में रखी तम्बाकू की पुड़ी को निकाल कर फेंका तथा उनकी प्रेरणा से अन्य भाईयों ने तम्बाकू की पुडिय़ां फेंक दी, जोकि शुभ संकेत रहे।
इस अवसर पर सचिव दीपक मेहंदीरत्ता, एच.के. नकड़ा, तरसेम मोदगिल, तिलक राज शर्मा, जगदीश अग्रवाल, राजिंदर मोदगिल, गौरव गर्ग, कुलवंत सिंह पसरीचा, वरिंदर चोपड़ा, नील शर्मा, राज कुमार मलिक, अभिषेक भाटिया, संजीव खुराना, वरिंदरजीत सिंह, रविंदर भाटिया, दविंदर अरोड़ा, अमर सिंह प्रधान श्रमिक यूनियन, कुलदीप सिंह, केवल सिंह, परमजीत पम्मा, शिव कुमार व साहिल सहित बड़ी संख्या में श्रमिक भाई मौजूद थे।