धार्मिक समागम को लेकर कहीं महाभारत का अखाड़ा न बन जाएं रोशन ग्राउंड

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। होशियारपुर के पाश कहे जाने वाले इलाके में स्थित रोशन ग्राउंड जहां पर आए दिन कोई न कोई समागम होता रहता है इन दिनों काफी चर्चा में है। रोशन ग्राउंड में नवंबर माह में कई समारोह आयोजित किए जाने वाले हैं, जोकि विभिन्न संस्थाओं द्वारा करवाए जाएंगे। इन्हीं कार्यक्रमों में दो संस्थाएं आजकल आमने सामने हैं। एक संस्था जोकि सालाना समारोह करवाने एवं इसके लिए तिथि पहले से तय करने और रोशन ग्राउंड में कार्यक्रम करवाने हेतु नगर निगम की स्वीकृति पहले से लेकर रखने का दावा कर रही है तो दूसरी तरफ दूसरी संस्था भी उन्हीं दिनों में कार्यक्रम करवाने को लेकर तैयारियों में पूरी तरह से जुटी हुई है। इस संबंधी न तो नगर निगम के अधिकारी ही कोई ठोस फैसला ले पा रहे हैं और न ही संस्थाओं के बीच तिथि आगे-पीछे करने को लेकर कोई सहमति बनती नजर आ रही है। जिसके चलते कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर यह मामला न सुलझा तो धार्मिक आयोजनों के लिए प्रसिद्ध रोशन ग्राउंड कहीं महाभारत का अखाड़ा ही न बना जाए।

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सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार शहर की एक संस्था द्वारा नवंबर माह में प्रतिवर्ष एक धार्मिक समागम करवाया जाता है तथा उसकी तैयारियों और कार्यक्रम संपूर्ण होने तक करीब 10 से 15 दिन का समय लग जाता है तथा संस्था द्वारा करीब 15 दिन की स्वीकृति नगर निगम से ली जाती है। इसी संस्था से किन्हीं कारणों के चलते अलग हुए कुछ सदस्य एक नई संस्था के साथ जुडक़र नवंबर माह में ही एक कार्यक्रम करवाने जा रहे हैं। संयोगवश तिथियां दोनों की लगभग पास-पास होने के चलते कार्यक्रम मैं करवाउंगा, नहीं मै करवाउंगा का विवाद जन्म ले चुका है तथा दोनों ही पक्ष कार्यक्रम करवाने की जिद पर अड़े हुए हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार एक संस्था ने तो कार्यक्रम संबंधी पोस्टर आदि लगाने भी शुरु कर दिए हैं जबकि दूसरी संस्था का कहना है कि अगर उनके कार्यक्रम में किसी तरह का व्यवधान डाला गया तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे, क्योंकि उन्होंने कार्यक्रम करवाने संबंधी नगर निगम से पहले ही स्वीकृति ले रखी है तथा ऐसे में कोई और उन दिनों में रोशन ग्राउंड में कार्यक्रम कैसे कर सकता है।

अगर उन्हें कार्यक्रम करने से रोका गया तो वे संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे, जबकि दूसरे पक्ष के अनुसार उन्होंने भी कार्यक्रम संबंधी स्वीकृति ले रखी है तथा तय समय अनुसार ही कार्यक्रम करवाया जाएगा व इसे किसी भी सूरत में बदला नहीं जा सकता। दोनों पक्षों द्वारा कार्यक्रम करवाने को लेकर चल रही खींचतान से महाभारत जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं तथा फिलहाल शहर की किसी और संस्था ने इसका हल निकालने हेतु मध्यस्था करने की पहल भी नहीं की है। जिस कारण समस्या और विकराल रुप धारण करती जा रही है। अगर समय रहते इस विवाद का हल न निकाला गया तो नवंबर माह किसी महाभारत से कम नहीं होगा।

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