होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: पुष्पिंदर। श्री नंद अन्नपूर्णा मंदिर चैरिटेबल सोसायटी द्वारा खानपुरी गेट एकता नगर स्थित अन्नपूर्णा मंदिर में श्री रुद्र चण्डी महायज्ञ सातवें दिन में प्रवेश कर गया। हरिद्वार से आचार्य राजिंदर प्रसाद ने पूजन अर्चन करवाकर यज्ञ शुरु करवाया। उन्होंने कहा कि यज्ञों की भौतिक और आध्यात्मिक महत्ता असाधारण है। भौतिक या आध्यात्मिक जिस क्षेत्र पर भी दृष्टि डाले उसी में यज्ञ ही महत्वपूर्ण उपयोगिता दृष्टिगोचर होती है।
वेद में ज्ञान, कर्म, उपासना तीन विषय है। कर्म का अभिप्राय कर्मकाण्ड से है। कर्मकाण्ड यज्ञ को कहते हैं। सभी वेदमंत्र ऐसे है जिसकी शक्ति को प्रस्तुति करने के लिए उसका उच्चारण करते हुए यज्ञ करने की आवश्यक्ता होती है। आज के यज्ञ के मुख्य यजमान विकास सिंगला व प्रियंका सिंगला थे।
ब्रह्मऋषि श्री नंद किशोर शास्त्री जी के आर्शीवाद से मंदिर प्रांगण में हो रही श्री मद्भागवत ज्ञान रस व दिव्य संगीतमयी कथा व्यास भागवत भूषण श्री अतुल कृष्ण शास्त्री जी (बरसाने वाले) ने श्रीमद् भागवत कथा का बखान करते कहा कि भगवान श्री कृष्ण पूर्ण प्रेमावतार है। श्री कृष्ण का अवतार केवल विशुद्ध प्रेम सिद्धांत को प्रगट करने के लिए ही हुआ है। श्री कृष्ण की प्रत्येक लीला में मानव जाति का परम कल्याण छिपा है। श्री कृष्ण चरणों में आश्रित परम साधक के लिए आवश्यक है कि वह भगवान के नाम, रुप, गुण, लीला और धाम के प्रति समर्पण भाव से दृढ़ रहे और जीवन का प्रत्येक क्षण श्री कृष्ण के नाम स्मरण में व्यतीत हो।
वृंदावन की माधुर्य लीलाओं को संपादित करते हुए श्री कृष्ण ने समस्त बृजवासियों के द्वारा श्री गिरि गोवर्धन नाथ की पूजा करवाई और छप्पन भोग निवेदित किए। इस लीला के माध्यम से भगवान ने देव राज इंद्र के अभिमान का खंडन किया और समस्त मानवजाति को प्रकृति की रक्षा करने का संदेश दिया।
इस दौरान सोसायटी प्रधान रमेश चंद्र अग्रवाल, महासचिव तरसेम मोदगिल, कोषाध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, जतिन गुप्ता, जगदीश हरजाई, संजीव सराय, अनिल गुप्ता, राघव गुप्ता, विवेक गुप्ता, तरसेम मोदगिल, रमेश अग्रवाल, सुभाष अग्रवाल, दविंदर वालिया, रमेश गंभीर, शुभम सिंगला, निखिल सिंगला, अशोक कुमार, संजीव अरोड़ा, राजिंदर मोदगिल, राम कृष्ण देव, विकास सिंगला, बृज बिहारी, शुभम, नील मोदगिल सहित गणमान्य शामिल थे।