संतो महात्माओं ने हमेशा भक्ति के रंग को दी महत्ता: महात्मा होशियार सिंह

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। जो गुरूसिख सत्गुरू के वचन को सत्य कर मानता है उसको दुनिया के सारे सुख मिलते है । यह वचन होशियार सिंह मुखी ब्रांच बुड्डाबढ़ ने संत निरंकारी सत्संग भवन बुल्लोवाल में में उपस्थित श्रद्धालूओं को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने आगे कहा कि अगर इंसान समय के सत्गुरू की शरण मे जाकर निरंकार प्रभु का ज्ञान प्राप्त कर ले तो इंसान को 84 लाख योंनियों से मुक्ति मिल जाती है और उस में अपने पराये, जाति-पाति, मजहबों के भेद-भाव खत्म हो जाते है और सभी में एक प्रभु परमात्मा का रूप नजर आने लग जाता है और उसको दुनियावी और रूहानियत के सुख मिलते चले जाते है। आज के समय में प्रभु का ज्ञान सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज इस मानवता को करवा रहे हैं।

Advertisements

ज्ञान की रोशनी का महत्व युगों-युगों से रहा है इस पर रोशनी डालते हुए उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण जी ने अजरून को यह ज्ञान की रोशनी प्रदान की जिससे उसके मन में उपजे भ्रमों का नाश हुआ, अन्यथा वह अपने कर्तव्यों से भी विमुख होने लगा था। जब तक अज्ञान का अन्धकार कायम रहता है, इन्सान भ्रम और बंधनों में ही पड़ा रहता है। यही भ्रम और बन्धन ठोकरों का कारण बनता है लेकिन उजाला होने पर सफर आसान हो जाता है।

पुरातन इतिहास में जितने भी भक्त हुए हैं भक्ति के रंग को ही महत्व दिया है। संसार को रंग मन पर न चढे बल्कि यह नाम का रंग ही चढ़ा रहे। आठों पहर इस निराकार का अहसास रहे। यह मन में बसा रहता है तब सहज में सुमिरण हो रहा होताहै। भक्ति के अभिन्न अंग सेवा, सुमिरण, सत्संग हैं इन्हें अपनाये रखें और दिव्य गुणों से जीवन को सुशोभित किये रखें। इससे पूर्व स्थानीय मुखी लखविंदर सुमन ब्रांच सर्व साधसंगत जी की तरफ से होशियार सिंह का दुपटा डाल कर स्वागत किया ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here