होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। धर्म जागृति मंच की तरफ से गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी पर्व मनाया गया। जिसमें विशेष तौर पर स्वामी नीमा नंद जी और रामगढिय़ा सिख आर्गेनाईजेशन के प्रधान जगदीप सिंह और अमरजीत सिंह विशेष तौर पर उपस्थित हुए। इस अवसर पर धर्म जागृति मंच की तरफ से कुलदीप सैनी ने कहा कि विश्व इतिहास में धर्म एवं मानवीय मूल्यों, आदर्शों एवं सिद्धांत की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वालों में गुरु तेग बहादुर साहिब का स्थान अद्वितीय है।
गुरुजी का बलिदान न केवल धर्म पालन के लिए अपितु समस्त मानवीय सांस्कृतिक विरासत की खातिर था। धर्म उनके लिए सांस्कृतिक मूल्यों और जीवन विधान का नाम था। इसलिए धर्म के सत्य शाश्वत मूल्यों के लिए उनका बलि चढ़ जाना वस्तुत: सांस्कृतिक विरासत और इच्छित जीवन विधान के पक्ष में एक परम साहसिक अभियान था। आततायी शासक की धर्म विरोधी और वैचारिक स्वतंत्रता का दमन करने वाली नीतियों के विरुद्ध गुरु तेग बहादुरजी का बलिदान एक अभूतपूर्व ऐतिहासिक घटना थी।
यह गुरुजी के निर्भय आचरण, धार्मिक अडिगता और नैतिक उदारता का उच्चतम उदाहरण था। गुरुजी मानवीय धर्म एवं वैचारिक स्वतंत्रता के लिए अपनी महान शहादत देने वाले एक क्रांतिकारी युग पुरुष थे इस अवसर पर प्रीत महिंदर सिंह, जसविंदर सैनी, मुख्तियार चांद, अनिल कुमार, राहुल कुमार, लवकेश, संजीव धीमान, हरमन, अभिमान, प्रेमलाल, आशुतोष, सूरज, अशोक कुमार, सरवन, मुकेश कुमार, मोंटू, सुखविंदर पाल भी उपस्थित रहे