होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। अल्लाह ने अपने बंदो के रुप में जिस तरह हमारी मदद की व हमारा ख्याल रखा, उसे हम पूरी जिंदगी नहीं भूला सकते। हिमाचल सीमा सील होने के कारण तलवाड़ा ब्लाक में सवां नदी के नजदीक ठहरे गुज्जर भाईचारे की बिल्लो, जुरफा, घुग्गी, सिराजद्दीन व शफी के यह भावपूर्ण शब्द जिला प्रशासन के उन अधिकारियों का आभार व्यक्त कर रहे थे, जिन्होंने करफ्यू के इस मुश्किल दौर में उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी। इन लोगों का कहना था कि जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पंजाब की अमीर विरासत का परिचय देते हुए जिस तरह उनका हाथ थामा है, उसने सभी के दिलों को जीत लिया है।
हिमाचल की सीमा सील होने के कारण मुकेरियां से हिमाचल प्रदेश जाने वाले गुज्जर भाईचारे के 6 परिवारों के 30 सदस्य इस जगह पर फंस गए थे लेकिन जिलाधीश अपनीत रियात के नेतृत्व वाले जिला प्रशासन ने गुज्जर भाईचारे को यहां भी किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी और इनको जहां राशन उपलब्ध करवाया गया। वहीं, इनके पशुओं को भी चारा मुहैया करवाया गया। इसके अलावा इनको दूध बेचने में भी सहायता की गई, जिसके चलते अब इस भाईचारे के सभी लोग खुश है और प्रशासन का धन्यवाद कर रहे हैं जो इस मुश्किल दौर में उनका सहारा बना।
डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने कहा कि करफ्यू के कारण सभी प्रदेशों की सीमाएं सील हो जाने के कारण प्रवासी मजदूरों व अन्यों को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है और जो लोग जहां भी हैं, उन्हें वहीं हर तरह की मदद मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी से भेदभाव करना पंजाब की विरासत नहीं है और इसी विरासत को पंजाब के लोगों ने पूरी दुनिया को दिखाया है। उन्होंने कहा कि तलवाड़ा में फंसे गुज्जर भाईचारे के इन परिवारों के बारे में उन्हें जैसे ही पता चला तो उन्होंने एस.डी.एम. मुकेरियां को निर्देश देते हुए इन्हें हर संभव सहायता मुहैया करवाने के निर्देश दिए थे और लगातार इनसे संपर्क करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रशासन की ओर से जम्मू-कश्मीर से संबंधित 56 लोगों को राधा स्वामी सत्संग घर टांडा में व 51 लोगों को सत्संग घर डेरा राधा स्वामी ब्यास, गांव पलाकी(मुकेरियां) में ठहराया गया है, जो कि कफ्र्यू के दौरान फंस गए थे। उक्त राधा स्वामी सत्संग घर के सहयोग से इन व्यक्तियों के लिए खाने के अलावा सामाजिक दूरी यकीनी बनाई गई है व लगातार मैडिकल चैकअप भी करवाया जा रहा है।
एस.डी.एम. अशोक कुमार ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने निर्देशों पर गुज्जरों को जहां राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है वहीं दूध के लिए दसूहा के एक डेयरी मालिक से बात कर इनका दूध वहां सप्लाई करवाया जा रहा है ताकि इनको दूध बेचने में कोई दिक्कत न आए। डेयरी मालिक ने भी विश्वास दिलाया कि गुज्जरों को रोजाना दूध की बनती कीमत अदा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पशुओं के चारे की भी व्यवस्था कर दी गई है।