ढाई घंटे गेंहू लेने के लिए बिना सोशल डिस्टेंस व कुछ बिना मास्क के खड़े रहे लोग

गढ़शंकर (द स्टैलर न्यूज़)। गढ़शंकर शहर में स्थानीय टैलीफोन एक्सचेंज के निकट आंगनबाड़ी केंद्र में गेंहू बांटने के नाम सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां उड़ाई गई और लोग को नौ बजे बुला कर संबंधित अधिकारी ढाई घंटे से भी अधिक देरी से पहुंचे जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कोरोना वायरस से बचाने के लिए यहां सरकार और प्रशासन दिन-रात जुटे है तो फूड सप्लाई विभाग गेंहू वितरण में लोगो को तीन-तीन घंटे एकत्रित कर बैठा कर लोगों को संकट में डाल रहा है तो सरकार व प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रत्यनों को भी तहस-नहस करने में जुटे है।

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गढ़शंकर शहर में टैलीफोन एक्सजेंच के निकट आगनवाड़ी केंद्र में राशन कार्ड धारकों को गेंहू देने का समय नौ वजे दे दिया और साढ़े ग्यारह बजे तक राशन कार्ड धारकों को गेहूं देना शुरू नहीं किया। साढ़े ग्यारह के बाद लोगो को गेंहू वितरित करना शुरू किया। इस दौरान लोग लाईन लगाकर एक दूसरे से सट कर खड़े रहे। लेकिन उन्हें सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए प्रेरित करने वाला कोई नहीं था। इसके ईलावा नौ बजे का समय देकर ढाई घंटे देरी से संबंधित अधिकारी ने पहुंच कर कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरे बढ़ाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। महिलाओं सहित सभी लोग परेशान थे लेकिन कहीं कोई उनका गेंहू ना काट ले इस डर से नाम नहीं बता रहे थे। सभी लोगों ने बताया कि सुबह 9 बजे के पहले से खड़े है और अब साढ़े ग्यारह बज चुके है, हालांकि गेंहू वितरण करने में सहायता करने पहुंचे राजेश कुमार ने कहा कि हमने और डिपो होल्डर ने किसी को भी नौ बजे का समय नहीं दिया था किसी बार्ड के गणमान्य व्यक्ति ने अनाऊंसमेंट करवा दी थी कि नौ वजे गेहूं वितति होगा।

 

हमने तो दस बजे का समय दिया था। इंस्पेकटर के मशीन लेकर पहुंचने पर ही गेहूं वितरण शुरू हो सकता है। उधर फूड स्पलाई इंस्पैक्टर सुखविंदर सिंह के मोबाइल पर बार-बार संपर्क के बावजूद उन्होंने काल अटैंड नहीं किया।

जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष व ब्राहमण सभा गढ़शंकर के अध्यक्ष ठेकेदार कुलभूशन शौरी: मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब को कोरोना से बचाने के लिए दिन-रात जुटे है तो फूड सप्लाई इंस्पैक्टर सुखविंदर सिंह जानबूझ कर लोगों को जोखिम में धकेल रहे है। लोगों को गेंहू वितरण का सही समय देना चाहिए और सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए कर्मचारियों की डयूटी लगानी चाहिए। पहले खुली जगह अनाज मंडी में गेंहू वितरित किया जाता था अब आंगनबाड़ी केंद्र में वितरित किया जाने लगा है। यह फुड सप्लाई का इंस्पेकटर डिकटेटर की तरह काम करता है। जिलाधीश को इंस्पेकटर की जिम्मेवारी तय करने के लिए कदम उठाने चाहिए और उस द्वारा गेंहू वितरण व राशन कार्ड बनाने व काटने की उच्चस्तरीय जांच करवानी चाहिए। 

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