“कभी वो लडक़ी बनता है, कभी आशिक, कभी कुछ तो कभी कुछ” ऐसे उम्मीदवार को “न न न”

होशियारपुर शहर के एक वार्ड में एक पार्टी के उम्मीदवार जिन्हें लोग टिकटाक स्टार के नाम से भी जानने लगे हैं, की पुरानी वीडियो इतनी शेयर हुई कि लोगों ने यहां तक कहने से भी परहेज नहीं किया कि जो इतना शौकीन हो तो फिर उसे जिताने के बाद उसके पास किसी कागजात पर हस्ताक्षर करवाने या किसी अन्य काम के लिए कैसे जाया जाएगा। खासकर महिलाएं और लड़कियां तो किसी भी सूरत में नहीं जा सकतीं व न ही उन्हें जाने के लिए कहा जा सकता है। उम्मीदवार की ऐसी-ऐसी वीडियो वायरल हुईं कि टिकटाक के नाम पर उसके द्वारा की गई मस्ती ही उसकी नांव में छेद का काम कर रही है।

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हालांकि पैसे के बल पर उसने काफी डैमेज को कंट्रोल करने में सफलता हासिल कर ली। लेकिन, अधिकतर खाओ-पीओ मौज करो की नीति पर चलते हुए उसकी जेब से माल अपनी जेब में भरने में लग गए और अब तक वो लाखों रुपये खर्च करके लोगों की भीड़ को अपने साथ चलाने में कामयाब दिख रहा है। लेकिन चर्चा है कि जो लोग उसके साथ चल रहे हैं उनमें अधिकतर लोग भी उसके साथ नहीं दिख रहे तथा उसे मतदान न करने की दुहाई देते हुए किसी दूसरे उम्मीदवार के पक्ष में “मतदान” करने का इशारा करते पाए गए। हालांकि अपने आका को खुश करने के लिए लोगों की भीड़ दिखाकर उसने यह सिद्ध करने का भी प्रयास किया कि वह मतदान से पहले ही जीत चुका है तथा अब लोग अनायास ही उसे बदनाम कर रहे हैं।

वैसे जब वो वायरल वीडियो मुझे देखने को मिलीं तो उन्हें देखने उपरांत मुझे पत्थर के फूल फिल्म का गीत “कभी तू छलिया लगता है, कभी दिवाना लगता है, कभी अनाड़ी लगता है” याद आ गया। लेकिन इन वीडियों को देखकर गीत के कुछ बोल बदलने पड़े “कभी तू लडक़ी बनता है, कभी आशिक, कभी नशेड़ी, तो कभी…” लगता है। यह सब वीडियो वायरल होने के बाद सियासी डैमेज को कंट्रोल करने के लिए उसके चहेतों ने उसके द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की कुछेक वीडियो भी वायरल की। लेकिन उनकी तरफ लोगों ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया, क्योंकि तब तक उम्मीदवार टिकटाक स्टार बन चुका था तथा अधिकतर लोगों ने खाया-पिया तो उसका लेकिन उसे मतदान न करने का जहां खुद भी मन बनाया वहीं दूसरों को भी ऐसे उम्मीदवार के पक्ष में न जाने की सलाह देकर अपनी जिम्मेदारी खूब निभाई। पूरे वार्ड में चर्चा है कि उन्हें पार्षद चाहिए न कि टिकटाक स्टार। इसलिए वे सोच समझकर मतदान करके अपना प्रतिनिधि चुनेंगे ताकि भविष्य में उन्हें पछताना न पड़े।

क्या? ये टिकटाक स्टार कौन है, कौन से वार्ड का है, किस पार्टी का उम्मीदवार है? भाई कितनी बार बताया कि कुछ बातें अपनी समझ से भी समझो, मेरी रोजी रोटी पर क्यों लात मारते हो। मैं तो अदना सा पत्रकार हूं और आपका सेवक। क्या घंटाघर इलाका. . . अब सबकुछ मैं ही कहूं। जय राम जी की।

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