चंडीगढ़ 12 जुलाईःअतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व, रवनीत कौर ने बताया कि नेशनल जेनेरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एन.जी.डी.आर.एस.) और इसका डाटाबेस एन.आई.सी. क्लाउड मेघराज, नई दिल्ली से स्टेट डाटा सैंटर, मोहाली में हस्तांतरित हो गया है।इस सम्बन्धी ज़रुरी विवरण साझा करने के बाद सब रजिस्ट्रारों और अन्य फील्ड स्टाफ द्वारा 11 जुलाई को सिस्टम की सफलतापूर्वक जांच की गई। यह नया सिस्टम स्टेट डाटा सैंटर, मोहाली के ज़रिये 12 जुलाई से कार्यशील हो गया है और दस्तावेज़ों के रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन सेवाएं वैबसाईट https://igrpunjab.gov.in पर फिर से शुरू हो गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि स्टेट डाटा सैंटर में हस्तांतरण होने से प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की गति और कुशलता में विस्तार होगा और सभी हितधारकों को बड़ी राहत मिलेगी।
उन्होंने बताया कि अब तक एनजीडीआरएस में कोई भी अपेक्षित अपडेशन एनआईसी, पुणे की तरफ से किया जाता है और राज्य को एनजीडीआरएस में किसी भी बदलाव या विकास के लिए हर बार एनआईसी, पुणे से संपर्क करना पड़ता है जो अनावश्यक देरी का कारण बनता है। इसलिए राजस्व विभाग ने एनआईसी पंजाब को एनआईसी, पुणे से सोर्स कोड लेने की संभावना तलाशने के लिए कहा है ताकि स्थानीय इन्फरमेटिक्स सैंटर सॉफ्टवेयर को जब आवश्यकता हो, सार्वजनिक हित में अपडेट कर सकें। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि उम्मीद है कि स्थानीय ज़रूरत के मुताबिक सिस्टम को सुधारने का अधिकार मिलने से सिस्टम की कुशलता में और वृद्धि होगी।