चंडीगढ़ 12 जुलाईः तलवंडी साबो थर्मल प्लांट की बंद पड़ी बिजली उत्पादन यूनिटों में से एक के फिर से शुरू होने के कारण बिजली सप्लाई की स्थिति में मामूली सुधार होने से राज्य सरकार ने सोमवार को निरंतर बिजली का उपयोग करने वालों उपभोक्ताओं को छोड़कर बाकी औद्योगिक उपभोक्ताओं पर तुरंत प्रभाव से सभी बिजली रेगुलेटरी प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला किया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरैक्टर (सीएमडी) ए वेणु प्रसाद ने कहा कि मध्य और सीमावर्ती क्षेत्रों में आने वाले जिलों के सभी औद्योगिक उपभोक्ताओं को आज से पूरी क्षमता से काम करने की आज्ञा दे दी गई है। केवल कपड़ा उद्योगों, रसायन उद्योगों और कताई मिलों सहित कंटीन्यूअस प्रोसेस इंडस्ट्रीज़, जो चौबीसों घंटे काम करते रही हैं, को अब पहले से लागू प्रतिबंधों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि इन दिशा-निर्देशों की तीन दिन बाद एक बार फिर से समीक्षा करके नए सिरे से फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि बिजली की मांग में हुयी अप्रत्याशित वृद्धि के कारण, पीएसपीसीएल ने अस्थायी कदम के तौर पर राज्य के औद्योगिक उपभोक्ताओं पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था जिससे घरेलू उपभोक्ताओं को और धान के बीजाई के लिये कृषि क्षेत्र को 8 घंटे बिजली सप्लाई प्रदान की जा सके । प्रवक्ता ने बताया कि कि कंटीन्यूअस प्रोसेस इंडस्ट्रीज को अब 50 प्रतिशत कंटीन्यूअस प्रोसेस लोड के साथ काम करने को कहा गया है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि विभाग ने बढ़ी मांग के बावजूद छोटे और दरमियाने सप्लाई वाले औद्योगिक उपभोक्ताओं, चावल के शैलरों, पशु चारा बनाने वाली यूनिटों, कॉल सेंटरों, मशरूम फार्मों, खाद्य प्रसंस्करण यूनिटों और अन्य आवश्यक वस्तुओं वाले उद्योगों /सेवाओं पर शुरू से ही कोई प्रतिबंध नहीं लगाया था। पंजाब में 99,834 छोटे पावर औद्योगिक उपभोक्ताओं के अलावा 30,176 मध्यम बिजली उपभोक्ता हैं जिन पर घरेलू क्षेत्र में बिजली की बढ़ती मांग के बावजूद किसी भी तरह का उपयोग प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। बिजली की मांग को पूरा करने के लिए, बड़े आपूर्ति उपभोक्ताओं (संख्या में 5071) जो 1000 केवीए एससीडी का उपयोग करते हैं को दिन में 12 घंटे के लिए 100 केवीए का उपयोग करने के लिए कहा गया था। लार्ज स्पलाई आर्क फर्नेसिस, जिनमें से 282 राज्य में कार्यशील हैं, को केवल 5 प्रतिशत एससीडी तक सीमित कर दिया गया था।
प्रवक्ता ने कहा कि टीएसपीएल प्लांट में खराबी के बावजूद, पीएसपीसीएल ने 1 जुलाई को 3066 लाख यूनिट की अब तक की सबसे अधिक बिजली की मांग को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया था। इस दिन की मांग ने राज्य में एक ही दिन में 3018 लाख यूनिट बिजली की मांग के पहले रिकॉर्ड को पार कर लिया था।