गौशालाओं के प्रबंध के लिए फंडों की कोई कमी नहीं – जंजूआ


चण्डीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। अखबार में छपी एक ख़बर का गंभीर नोटिस लेते हुये पंजाब सरकार ने स्पष्ट किया कि गौशालाओं (केटल पौंड) की संभाल के लिए फंडों की कोई कमी नहीं है। पंजाब सरकार द्वारा शैड्डों के निर्माण और राज्य में सभी 20 गौशालाओं में रखे पशुओं की संभाल के लिए 43.85 करोड़ रुपए ख़र्च किये गए।
पशु पालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विजय कुमार जंजूआ ने एक प्रैस बयान के द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि राज्य सरकार जल्द ही इन गौशालाओं में नये शैड्डों के निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपए अतिरिक्त ख़र्च करेगी। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय इन गौशालाओं में लगभग 10,024 पशुओं का प्रबंध किया जा रहा है।
राज्य में गौशालाएं स्थापित करने के मकसद संबंधी बताते हुये पशु पालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि आवारा पशुओं के खतरे की गंभीरता को देखते हुए और 24 सितम्बर, 2014 को सीएमएम की मीटिंग में लिए गए फ़ैसले के अनुसार पंजाब सरकार द्वारा हरेक जिले में 2000 आवारा पशुओं को रखने के सामर्थ्य वाली गौशालाओं का निर्माण किया गया। इन गौशालाओं का प्रबंध सम्बन्धित जिले के डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता अधीन गठित ‘‘ज़िला पशु कल्याण सोसायटियों द्वारा किया जाता है।
इन सोसायटियों का काम गौशालाओं के निर्माण के लिए कम से कम 25 एकड़ पंचायती ज़मीन की पहचान करना था परन्तु कुछ जिलों में अपेक्षित पंचायती ज़मीन न होने के कारण 20 जिलों में तकरीबन 15 से 25 एकड़ ज़मीन पर गौशालाओं के निर्माण जारी रखा गया।
श्री जंजूआ ने बताया कि चीफ़ आर्कीटैक्ट, पंजाब द्वारा गौशालाओं के निर्माण के लिए तैयार की गई योजना के नक्शे के अनुसार हरेक गौशाला में 6 केटल शैड (कुल 22×6 =132 केटल शैड) बनाऐ जाने थे। हर केटल शैड में 300-325 पशु रखे जा सकते हैं।

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