कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। डिजिटल प्लेटफार्म पर चलने वाली एक समाचार वेबसाइट के खिलाफ जालंधर की एक अदालत ने कुछ लोगड्ड3 द्वारा वेबसाइट को बंद करने के लिए लगाईं गई एक याचिका को ख़ारिज कर दिया। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता का समर्थन करने वालों के लिए यह एक अच्छी खबर है। ख़ास कर उन लोगों को यह खबर पढ़ लेनी चाहिए जो यह कहते फिरते हैं कि डिजिटल प्लेटफार्म पर चलने वाले सभी मीडिया आउटलेट्स फर्जी है, खैर ऐसी बेतुकी बात देश के छोटे शहरों में ही होती है, देश की राजधानी और अन्य बड़े शहरों में सभी मीडिया के वर्गों का एक जैसा सम्मान है।
साल 2019 नवंबर माह में जालंधर की निचली अदालत में एक याचिका लगाईं गई थी, जिसमें एक हरप्रीत सिंह नामक व्यक्ति ने अदालत से गुहार लगाईं थी कि अदालत दखल देते हुए डिजिटल प्लेटफार्म पे चलने वाली एक समाचार वेबसाइट (www.storynow.co.in) जो तब पंजाबी भाषा में कंटेंट उपलब्ध करवाया करती थी, को तुरंत बंद करवाया जाए, शिकायतकत्र्ता के मुताबिक़, उक्त वेबसाइट के पास इसे चलाने का सरकार से कोई लाइसेंस नहीं है, इस फर्जी शिकायत करता ने अपनी एप्लीकेशन में कहा है कि वेबसाइट ने ये नहीं बताया कि उसको साइट को चलाने का पैसा कहाँ से मिलता है, आगे ये फर्जी शिकायत करता कहता है कि इस वेबसाइट के पास कितने एडिटर है, कितने कैमरा है, साइट के विज्ञापन का रेट क्या है ये सब साइट ने नहीं बताया है, साथ ही शिकायत करता कहता है कि इस वेबसाइट पर लगभग सभी ख़बरें किसी न किसी की मानहानि करती है, ऐसे काई सारे आरोप इस फर्जी शिकायत करता ने लगाए थे, नीचे हम शिकायत करता द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की सूची जो अदालत में लगाईं गई प्लाइंट की कॉपी है, को आपके सामने रख रहे, जिसमे कुल 24 प्वाइंट्स में कई सारे बेतुके आरोप शिकायतकत्र्ता द्वारा वेबसाइट के खिलाफ लगाए थे जिन्हे आप खुद पढ़ सकते हैं। ये मामला अदालत में लगभग 2 साल तक चला जज द्वारा शिकायत करता को बहुत सारे मौके देने के बाद भी ये फर्जी शिकायत करता एक भी ठोस सबूत या जवाब अदालत में नहीं दे सका, जिसके बाद अदालत ने 11/11/2021 को ये मामला रद्द् कर दिया है।
इस वेबसाइट को चलाने वाले पत्रकार अमित भारद्वाज से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वो यह नहीं जानते की यह शिकायतकत्र्ता कौन है साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने साल 2018 में एक बमकांड की खबर लगाई थी, जिसके बाद एक व्यक्ति ने उनके साथ रंजिश रखी हुई है। उसी ने इस शिकायतकत्र्ता को खड़ा करके यह फर्जी किस्म का मुकदमा करवाया था जो अब ख़ारिज हो चुका है। अमित का कहना है कि वो इस शिकायतकत्र्ता को जानते तक नहीं तो एक अनजान व्यक्ति से उनकी भला क्या रंजिश हो सकती है, लिहाजा वो ऐसे शिकायतकत्र्ता को पूरी तरह से फर्जी मानते हैं, उन्हें आगे भी इस शिकायतकत्र्ता के बारे कुछ भी जानने में रूचि नहीं है। अमित कहते है कि वो इस मामले में असली साजिश रचने वाले को जल्द ही अदालत और जनता दोनों के सामने बेनकाब कर देंगे।
अमित भारद्वाज कहते है कि उनके ऊपर और भी झूठे मुकदमे किए गए हैं, जिनमें से कुछ तो शहर के कुछ ऐसे लोगों ने किए हुए हैं जो अपने आप को पत्रकार कहते हैं अमित के मुताबिक़ वो इन तथाकथित पत्रकारों को भी नहीं जानते, अमित बताते है कि उन्होंने इन पत्रकारों के बारे में भी शहर में बहुत लोगों से पता किया पर कोई इन लोगों को पत्रकार के तौर पर नहीं जानते। अमित ने कहा कि इस पूरे मामले की साजिश में शहर की एक पत्रकार संस्था का प्रधान भी शामिल है। आने वाले समय में उसे भी बेनकाब कर दिया जाएगा। अमित कहते हैं कि उनके पास इन सभी लोगों को जेल भिजवाने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद हैं, अंत में बताते चले कि www.storynow.co.in पहले पंजाबी कंटेंट दिया करती थी जो अब इंग्लिश मध्यम में मौजूद है इस वेबसाइट ने काई सारे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों को जनता के सामने रखा है। अमित ने अंत में बताया कि इस फर्जी मामले को अदालत के सामने उनके वकील राजेंद्र कुमार ने बेनकाब किया है यह जीत सिर्फ मीडिया जगत की ही नहीं राजेंद्र कुमार की एक बड़ी उपलब्धि है, पूरे केस के दौरान राजेंद्र कुमार ने काफी मेहनत की है कई बार तो वो पूरा पूरा दिन इस केस के लिए लगा दिया करते और अन्य काम के लिए समय ही नहीं दे पाया करते थे।
जब इस मामले के बारे में वकील राजेंद्र कुमार से चर्चा की गई तो उन्होंने कहाकि ये केस अकेली एक वेबसाइट का था ही नहीं अगर इस मामले में कोई फैसला शिकायतकत्र्ता के पक्ष में आ जाता तो डिजिटल प्लेटफार्म पर काम करने वाली सभी मीडिया आउटलेट्स के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो जाती, इस लिए यह जीत पूरे डिजिटल मीडिया जगत की है।
वेब मीडिया को फर्जी कह बंद करवाने की साजिश रचने वाले को अदालत से जबरदस्त झटका, मीडिया जगत की बड़ी जीत
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